‘गुड साउंड’ के जरिये प्रवाल भित्तियों को पुनर्जीवित करना | 29 Mar 2024

स्रोत: द हिंदू

हाल ही में हुए एक अध्ययन में प्रस्तुत किया गया कि कोरल पॉलीप्स के पुनर्वास और क्षतिग्रस्त चट्टानों की बहाली में संभावित सहायता के लिये "हेल्थी रीफ साउंड" के उपयोग की जाँच की गई थी।

  • कोरल पॉलीप्स (Coral Polyps) संचार के लिये ध्वनि/साउंड’ का उपयोग करते हैं और अध्ययन में पाया गया कि हेल्थी रीफ साउंड के उपयोग से क्षतिग्रस्त चट्टानों पर कोरल पॉलीप्स के जमाव दर (Settlement Rate) में वृद्धि हुई है।
  • जल के अंदर ध्वनि उत्सर्जित करने वाले स्पीकर के निकट जमाव दर अधिक थी, जो ध्वनि के प्रभाव को दर्शाता है।
  • प्रवाल भित्तियाँ:
    • प्रवाल भित्तियाँ समुद्री पारिस्थितिक तंत्र हैं, यह मुख्य रूप से कोरल पॉलीप्स से बने होते हैं जो ज़ोक्सांथेला तथा प्रकाश संश्लेषक शैवाल के साथ सहजीवी संबंध निर्मित करते हैं।
    • ज़ोक्सांथेला प्रवाल को पोषक तत्त्व और ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, जबकि प्रवाल आश्रय प्रदान करते हैं। यह पारस्परिकता प्रवाल भित्ति पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य तथा अस्तित्त्व के लिये महत्त्वपूर्ण है।
  • जीवाश्म ईंधन के जलने और वनों की कटाई एवं जलवायु परिवर्तन के कारण ग्लोबल वार्मिंग हो रही है तथा समुद्र का स्तर बढ़ रहा है, जिससे विरंजन घटनाओं के माध्यम से प्रवाल भित्तियाँ समाप्त हो रही हैं।

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