Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 29 सितंबर, 2022 | 29 Sep 2022

खाद्य हानि और अपशिष्ट के बारे में जागरूकता का अंतर्राष्ट्रीय दिवस 2022

19 दिसंबर, 2019 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 29 सितंबर को खाद्य हानि और अपशिष्ट के प्रति जागरूकता के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में नामित किया। UNGA ने रेखांकित किया कि इस अंतर्राष्ट्रीय दिवस का पालन भोजन के नुकसान और कचरे को कम करने के बारे में जागरूकता बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण योगदान देगा। यह दिवस वर्ष 2020 से प्रत्येक वर्ष  मनाया जाता है, वर्ष 2022 में इसके तीसरे संस्करण का आयोजन किया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन (FAO) तथा संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) इस दिवस का पालन सुनिश्चित किये जाने की दिशा में प्रयासरत हैं। यह दिवस सार्वजनिक एवं निजी संस्थाओं से भोजन के नुकसान व बर्बादी को कम करने के लिये मिलकर काम करने का आह्वान करता है। खाद्य हानि तथा अपशिष्ट कुल वैश्विक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन (GHG)  का 8-10 प्रतिशत है। दुनिया भर की सरकारों को भोजन के नुकसान और अपशिष्ट को कम करने के लिये सहयोग करने व समाधान खोजने की ज़रूरत है। यह ध्यान देने योग्य है कि यदि ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को नियंत्रित नहीं किया जाता है, तो सूखा और बाढ़ जैसी घटनाएँ सामान्य हो जाएंगी।

वालेरी  पॉलाकोव

19 सितंबर, 2022 को रुसी अंतरिक्ष यात्री वालेरी पॉलाकोव का 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया। अंतरिक्ष में अकेले 437 दिन बिताने वालेरी पॉलाकोव का रिकॉर्ड 8 जनवरी, 1994 को शुरू हुआ था। सोवियत अंतरिक्ष स्टेशन मीर पर सवार रहते हुए उन्होंने 22 मार्च, 1995 को पृथ्वी पर वापस लौटने से पूर्व 7,000 से अधिक बार पृथ्वी की परिक्रमा की। इससे पहले पॉलाकोव ने वर्ष 1988-89 में एक मिशन के दौरान 288 दिन अंतरिक्ष में बिताये थे, यह अंतरिक्ष में उनका पहला मिशन था। वह 8 महीने बाद वर्ष 1989 में पृथ्वी पर लौटे। उन्होंने मॉस्को में इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल प्रॉब्लम्स के उप निदेशक के रूप में भी कार्य किया। वे वर्ष 1999 में एक प्रयोग SFINCSS-99 (Simulation of Flight of International Crew on Space Station) का हिस्सा रहे। उनकी 437 दिनों की उड़ान ने यह समझने में मदद की कि मंगल पर लंबी अवधि के मिशन के दौरान मानव शरीर ने सूक्ष्म गुरुत्त्वाकर्षण वातावरण के प्रति कैसे प्रतिक्रिया दी। इस मिशन से प्राप्त जानकारी का उपयोग यह निर्धारित करने के लिये किया गया है कि क्या मनुष्य लंबी अवधि की अंतरिक्ष उड़ानों के दौरान स्वस्थ मानसिक स्थिति बनाए रखने में सक्षम हैं।