Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 14 जनवरी, 2022 | 14 Jan 2022

लाल बहादुर शास्त्री

11 जनवरी, 2022 को देश में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि मनाई गई। लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्तूबर, 1904 को उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में हुआ था। वह एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने भारत के दूसरे प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंने ‘जय जवान जय किसान’ का नारा दिया और भारत के भविष्य को आकार देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने असहयोग आंदोलन एवं नमक सत्याग्रह में भाग लिया। भारत को आजादी मिलने के बाद वर्ष 1961 में उन्हें भारत के गृह मंत्री के रूप में और ‘भ्रष्टाचार निरोधक समिति’ में नियुक्त किया गया। उन्होंने प्रसिद्ध ‘शास्त्री फॉर्मूला’ बनाया जिसमें असम एवं पंजाब में भाषा आधारित आंदोलन शामिल थे। उन्होंने भारत में आनंद, गुजरात के ‘अमूल दूध सहकारी समिति’ का समर्थन और ‘राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड’ का निर्माण करके ‘श्वेत क्रांति’ को बढ़ावा दिया। भारत के खाद्य उत्पादन को बढ़ावा देने की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए लाल बहादुर शास्त्री ने वर्ष 1965 में भारत में हरित क्रांति को भी बढ़ावा दिया। उन्होंने 10 जनवरी, 1966 को पाकिस्तान के राष्ट्रपति मोहम्मद अयूब खान के साथ वर्ष 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध को समाप्त करने के लिये ताशकंद घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किये। 11 जनवरी, 1966 को ताशकंद में ही उनकी मृत्यु हो गई। उन्हें वर्ष 1966 में मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

‘जगन्नाथ स्मार्ट टाउनशिप’ परियोजना

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ‘वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी’ ने ‘जगन्नाथ स्मार्ट टाउनशिप’ की वेबसाइट का औपचारिक शुभारंभ किया है। स्मार्ट टाउनशिप में मध्यम आय वर्ग के लोगों को उचित मूल्य पर भूखंड उपलब्ध कराए जाएंगे। ज्ञात हो कि आंध्र प्रदेश सरकार पहले ही गरीबों को 31 लाख आवास स्थल लीज़ पर प्रदान कर चुकी है और आवास कार्यक्रम के पहले चरण के तहत 15.6 लाख घरों का निर्माण शुरू किया गया है। 18 लाख रुपए से कम वार्षिक आय वाले मध्यम आय वर्ग के लोग इस स्मार्ट टाउनशिप में भूखंडों हेतु आवेदन करने के पात्र हैं। इसके तहत उन्हें तीन श्रेणियों- 150 वर्ग गज, 200 वर्ग गज और 240 वर्ग गज में भूखंड प्रदान किये जाएंगे। ‘जगन्नाथ स्मार्ट टाउनशिप’ परियोजना के तहत भूखंडों का आवंटन पारदर्शी तरीके से कम्प्यूटरीकृत लॉटरी विधि के माध्यम से जाति, धर्म, क्षेत्र या राजनीतिक संबद्धता जैसे कारकों को ध्यान में रखे बिना किया जाएगा। पात्र लोग टाउनशिप में भूखंडों के लिये संबंधित वेबसाइट पर कुल मूल्य का 10% भुगतान कर आवेदन कर सकते हैं। 

मैन-पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने हाल ही में ‘मैन-पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल’ (MPATGM) का सफल परीक्षण किया है। स्वदेशी रूप से विकसित ‘मैन-पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल’ एक कम वज़न की ‘फायर एंड फॉरगेट’ मिसाइल है। यह एक एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल है। एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल एक मध्यम या लंबी दूरी की मिसाइल होती है, जिसका प्राथमिक उद्देश्य टैंक और अन्य बख्तरबंद वाहनों को नष्ट करना है। इसे 15 किलोग्राम से कम वज़न के साथ 2.5 किलोमीटर की अधिकतम रेंज में लॉन्च किया जा सकता है। प्रथम विश्व युद्ध के बाद से आधुनिक युद्ध में टैंकों और बख्तरबंद वाहनों का रणनीतिक महत्त्व सबसे अधिक बढ़ गया है, जिसके कारण टैंकों के कवच को भेदने में सक्षम हथियारों का विकास करना काफी महत्त्वपूर्ण हो गया है।

मिशन अमानत

पश्चिमी रेलवे क्षेत्र के तहत ‘रेलवे सुरक्षा बल’ (RPF) ने रेल यात्रियों के लिये अपना खोया हुआ सामान वापस पाना आसान बनाने हेतु ‘मिशन अमानत’ नामक एक नई पहल शुरू की है। इस नई पहल के तहत ‘रेलवे सुरक्षा बल’ (RPF) रेल यात्रियों के खोए हुए सामान का पता लगाएगा और वेबसाइट पर सामान का फोटो और विवरण अपलोड करेगा और फिर यात्री अपने सामान की पहचान कर सकते हैं एवं इसे पुनः प्राप्त कर सकते हैं। ज्ञात हो कि ‘रेलवे सुरक्षा बल’ ने वर्ष 2021 के दौरान कुल 1,317 रेल यात्रियों से 2.58 करोड़ रुपए का माल बरामद किया है और उचित सत्यापन के बाद उन्हें उनके सही मालिकों को वापस कर दिया गया है।