अंतर्राष्ट्रीय समुद्रतल प्राधिकरण की 8वीं वार्षिक ठेकेदार बैठक 2025 | 25 Sep 2025

स्रोत: पी.आई.बी.

भारत ने गोवा स्थित CSIR-राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्थान में ISA की 8वीं वार्षिक ठेकेदार बैठक की मेज़बानी की, जिसमें गहरे समुद्र अन्वेषण पर चर्चा करने के लिये वैश्विक विशेषज्ञ एकत्र हुए।

  • इस बैठक में भारत के डीप ओशन मिशन और "मानवता की साझा धरोहर" के दृष्टिकोण के अनुरूप सतत् संसाधन प्रबंधन पर भी ज़ोर दिया गया।
  • बैठक में अंतर्राष्ट्रीय समुद्रतल अन्वेषण में भारत की अग्रणी भूमिका को उजागर किया गया। भारत अंतर्राष्ट्रीय जलक्षेत्र में पॉलीमेटेलिक नोड्यूल (PMN) अन्वेषण के लिये क्षेत्र प्राप्त करने वाला पहला देश था और उसे "अग्रणी निवेशक" नामित किया गया था।
  • दो पॉलीमेटेलिक सल्फाइड (PMS) अनुबंधों के साथ, एक केंद्रीय भारतीय रिज और दक्षिण-पश्चिमी भारतीय रिज में और दूसरा भारतीय महासागर के कार्ल्सबर्ग रिज में, भारत अब अंतर्राष्ट्रीय समुद्रतल में PMS के लिये सबसे बड़े अन्वेषण क्षेत्र का स्वामी है।

अंतर्राष्ट्रीय समुद्र तल प्राधिकरण (ISA)

  • ISA, जिसका मुख्यालय किंग्स्टन, जमैका में स्थित है, एक स्वायत्त संगठन है जिसे वर्ष 1982 के सामुद्रिक कानून पर संयुक्त राष्ट्र अभिसमय (UNCLOS) और वर्ष 1994 के कार्यान्वयन समझौते के तहत स्थापित किया गया।
  • यह मानवता के लाभ के लिये अंतर्राष्ट्रीय समुद्रतल में सभी खनिज-संसाधन गतिविधियों को नियंत्रित करता है, जिसमें भारत सहित 170 सदस्य देश शामिल हैं।

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