सिंधु नदी डॉल्फिन | 18 Nov 2021

हाल ही में पंजाब के वन्यजीव संरक्षण खंड ने सिंधु नदी डॉल्फिन के संरक्षण और उनके प्राकृतिक आवास की रक्षा हेतु भी प्रयास किये हैं।

  • वर्ष 2019 में सिंधु नदी डॉल्फिन को  पंजाब का राज्य जलीय जानवर घोषित किया गया था।

Indus-River-Dolphin

प्रमुख बिंदु

  • परिचय:
    • वैज्ञानिक नाम: प्लैटानिस्टा गैंगेटिका माइनर
    • दक्षिण एशियाई नदी डॉल्फिन के एक हालिया अध्ययन के अनुसार, सिंधु और गंगा नदी डॉल्फिन एक नहीं, बल्कि दो अलग-अलग प्रजातियाँ हैं। वर्तमान में उन्हें प्लैटानिस्टा गैंगेटिका के तहत दो उप-प्रजातियों के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
    • अन्य मीठे पानी की डॉल्फिन (जैसे गंगा नदी डॉल्फिन) की तरह सिंधु नदी डॉल्फिन नदी के स्वास्थ्य का एक महत्त्वपूर्ण संकेतक है।
    • भारतीय जल में पाई जाने वाली अन्य डॉल्फिन में शामिल हैं: गंगा नदी डॉल्फिन, इरावदी डॉल्फिन।
  • परिवेश:
    • वे केवल पाकिस्तान में सिंधु नदी के निचले हिस्सों और पंजाब, भारत में सिंधु नदी की एक सहायक नदी ब्यास में पाई जाती हैं।
  • खतरे:
    • जैविक संसाधनों का उपयोग: मत्स्य पालन और जलीय संसाधनों का संचयन।
    • प्राकृतिक प्रणाली में संशोधन: बाँध और जल प्रबंधन/उपयोग।
    • प्रदूषण: घरेलू और शहरी अपशिष्ट जल, औद्योगिक और सैन्य अपशिष्ट, कृषि और वानिकी अपशिष्ट।
  • संरक्षण की स्थिति:
  • उठाए गए कदम:
    • मीठे पानी की डॉल्फिन की गणना का काम केंद्र सरकार की राष्ट्रव्यापी परियोजना के रूप में किया जा रहा है।
    • प्रोजेक्ट डॉल्फिन: वर्ष 2020 में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर घोषित यह प्रोजेक्ट टाइगर की तर्ज पर होगा, जिससे बाघों की आबादी बढ़ाने में मदद मिली है।