वर्ष 2024 में वैश्विक डोपिंग उल्लंघन में शीर्ष पर भारत | 27 Dec 2025
WADA की वार्षिक रिपोर्ट 2024 के अनुसार, भारत को लगातार तीसरे वर्ष विश्व का सबसे बड़ा डोपिंग उल्लंघनकर्त्ता घोषित किया गया है, जहाँ वर्ष 2024 में रिकॉर्ड 260 उल्लंघन दर्ज किये गए।
- भारत की वर्ष 2030 राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारी और वर्ष 2036 ओलंपिक की मेज़बानी की दावेदारी के बीच डोपिंग को लेकर चिंताएँ बढ़ रही हैं, जहाँ अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने व्यवहार्यता आकलन के दौरान इस मुद्दे को रेखांकित किया है।
- अन्य देशों की 2024 में रैंकिंग: फ्राँस (91), इटली (85), रूस और अमेरिका (प्रत्येक 76), जर्मनी (54), चीन (43)।
विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (WADA)
- परिचय: अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) द्वारा वर्ष 1999 में स्थापित WADA, खेलों में डोपिंग के खिलाफ लड़ाई को बढ़ावा देने और समन्वय करने के लिये गठित वैश्विक स्वतंत्र प्राधिकरण है।
- शासन मॉडल: यह वैश्विक खेल जगत और सरकारों के बीच समान सहभागिता तथा साझा वित्तपोषण के एक विशिष्ट सिद्धांत पर आधारित है।
- मुख्य दस्तावेज़: वर्ल्ड एंटी-डोपिंग कोड इसका मूल चार्टर है, जिसे सभी खेलों और देशों में एंटी-डोपिंग नियमों को समेकित करने तथा एथलीटों के लिये समान मानक सुनिश्चित करने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।
- मुख्य मानक: यह WADA की प्रतिबंधित सूची प्रकाशित करता है, जो प्रतिबंधित पदार्थों और विधियों की पहचान करने वाला अंतर्राष्ट्रीय मानक है, जिसे वार्षिक अपडेट किया जाता है।
- परिचालन क्षेत्र: प्रतिबंधित सूची और संहिता सभी परिस्थितियों पर लागू होती है - प्रतियोगिता के दौरान, प्रतियोगिता के बाहर एवं विशिष्ट खेलों के लिये।
राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (NADA)
- परिचय: NADA भारत का एक स्वायत्त निकाय है, जिसकी स्थापना वर्ष 2005 में हुई थी और यह खेलों में डोपिंग विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा उनकी निगरानी करने के लिये ज़िम्मेदार है।
- पहल: यह डोपिंग विरोधी कार्यक्रम को लागू करती है और एथलीटों को शिक्षित करने और स्वच्छ प्रतिस्पर्द्धा को बढ़ावा देने के लिये #PlayTrue जैसे अभियानों का संचालन करती है।
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