होम्योपैथी | 12 Apr 2024

स्रोत: पी.आई.बी.

हाल ही में भारत के राष्ट्रपति द्वारा विश्व होम्योपैथी दिवस के अवसर पर केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद द्वारा आयोजित दो दिवसीय होम्योपैथी संगोष्ठी का उद्घाटन किया।

  • संगोष्ठी का विषय: 'अनुसंधान को सशक्त बनाना, प्रवीणता में वृद्धि' बहुत प्रासंगिक है'
  • होम्योपैथी चिकित्सा की एक प्रणाली है जो इस अवधारणा पर आधारित है कि शरीर में स्वयं को ठीक करने की अंतर्निहित क्षमता होती है, और साथ ही होम्योपैथिक उपचार की भूमिका इस स्व-उपचार प्रक्रिया को प्रोत्साहित करना है।
    • होम्योपैथिक चिकित्सकों का मानना है कि पदार्थ जितना अधिक पतला होगा, उसकी उपचार शक्तियाँ उतनी ही अधिक होती हैं, इसके साथ ही किसी भी संभावित नकारात्मक प्रभाव को भी कम किया जाता है।
  • विश्व होम्योपैथी दिवस, प्रतिवर्ष 10 अप्रैल को होम्योपैथी के संस्थापक डॉ. हैनीमैन की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
    • थीम 2024: होम्योपरिवार: एक स्वास्थ्य, एक परिवार।

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