जिब्राल्टर जलडमरूमध्य क्षेपित क्षेत्र पर चिंता | 30 Mar 2024

स्रोत: टाइम्स ऑफ इंडिया 

हाल ही में वैज्ञानिकों ने अटलांटिक महासागर के भविष्य को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने स्पेन और मोरक्को के बीच स्थित जिब्राल्टर जलडमरूमध्य के नीचे एक क्षेपित क्षेत्र (subduction zone) की पहचान की है।

    • यह यूरोप और अफ्रीका को अलग करने वाली एक संकीर्ण खाई है। यह यूरेशियन प्लेट और अफ्रीकी प्लेट के मिलन बिंदु को चिह्नित करता है।
    • अग्निवलय (The Ring of Fire): प्रशांत महासागर के रिंग ऑफ फायर के समान, जहाँ क्षेपित क्षेत्र प्रशांत महासागर को घेरे है, अटलांटिक महासागर एक नई क्षेपित प्रणाली के निर्माण के लिये अनुकूल हो सकता है।
    • क्षेपण की प्रक्रिया: क्षेपित क्षेत्र वहाँ होते हैं जहाँ टेक्टोनिक प्लेटें परस्पर क्रिया करती हैं, जिसमें एक प्लेट दूसरे के नीचे क्षेपित हो जाती है। इस मामले में, अफ्रीकी प्लेट यूरेशियन प्लेट के नीचे जा रही है, जिससे भूकंपीय गतिविधि और भूकंप का खतरा पैदा हो रहा है।
      • वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह क्षेपित क्षेत्र अगले 20 मिलियन वर्षों में पश्चिम की ओर विस्तारित होगा।
    • महासागरीय बेसिन का सिकुड़ना: क्षेपण की प्रक्रिया से समुद्री बेसिन सिकुड़ सकता है और अंततः अटलांटिक महासागर बंद हो सकता है।
    • क्षेपित अतिक्रमण: इसके वर्तमान अपेक्षाकृत छोटे आकार (लगभग 125 मील लंबाई) के बावजूद, अनुमान बताते हैं कि क्षेपण क्षेत्र अगले दो दशकों के भीतर लगभग 500 मील तक विस्तारित हो सकता है।
      • इस घटना को "क्षेपित अतिक्रमण (subduction invasion)" के रूप में जाना जाता है।