अफ्रीकी गैंडा | 24 Aug 2022

हाल ही में एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अफ्रीका में गैंडे के शिकार की दर वर्ष 2021 में घटकर 2.3% रह गई है, जो कि वर्ष 2018 में 3.9% थी।

  • वर्ष 2018 और 2021 के बीच अफ्रीका में कम से कम 2,707 गैंडों का शिकार किया गया, जिनमें गंभीर रूप से संकटग्रस्त काले गैंडे और संकट के निकट सफेद गैंडे शामिल हैं।

रिपोर्ट से संबंधित प्रमुख निष्कर्ष:

  • परिचय:
    • इस रिपोर्ट को प्रकृति के संरक्षण के लिये अंतर्राष्ट्रीय संघ (IUCN), प्रजाति जीवन रक्षा आयोग (SSC), अफ्रीकी और एशियाई राइनो विशेषज्ञ समूह (AfRSG) और ट्रैफिक (TRAFFIC) द्वारा संकलित किया गया था।
    • AfRSG ने राइनो रेंज के तेरह देशों से जानकारी एकत्र की है:
      • बोत्सवाना, चाड, इस्वातिनी, केन्या, मलावी, मोज़ाम्बिक, नामीबिया, रवांडा, दक्षिण अफ्रीका, तंजानिया, युगांडा, जाम्बिया और ज़िम्बाब्वे।
  • रिपोर्ट के निष्कर्ष:
    • अफ्रीका में गैंडे के शिकार की दर वर्ष 2015 में कुल आबादी के 5.3% से गिरकर वर्ष 2021 में 2.3% हो गई है।
    • दक्षिण अफ्रीका में मुख्य रूप से सफेद गैंडों को प्रभावित करने वाले सभी मामलों का 90% हिस्सा क्रूगर राष्ट्रीय उद्यान से संबंधित है।
    • दक्षिण अफ्रीका ने वर्ष 2020 में अवैध शिकार के कारण 394 गैंडे मारे गए, जबकि केन्या में उस वर्ष कोई अवैध शिकार दर्ज नहीं किया।
  • अफ्रीका में गैंडे:
    • वर्ष 2021 के अंत तक अफ्रीका में गैंडों की संख्या क कुल अनुमान 22,137 था।
    • निजी क्षेत्र में अवैध शिकार में वृद्धि हुई है।
      • वर्ष 2021 में दक्षिण अफ्रीका में कुल 451 गैंडों का शिकार किया गया:
        • 327 सरकारी क्षेत्र के भीतर और 124 निजी क्षेत्रों में।
    • वर्ष 2015-18 के दौरान महाद्वीप में सफेद गैंडों की संख्या में लगभग 8% की गिरावट आई, जबकि काले गैंडों की आबादी में केवल 12.2% की वृद्धि हुई।
    • अफ्रीका के चार रेंज देशों अर्थात् दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, केन्या और ज़िम्बाब्वे में अफ्रीकी गैंडों की सबसे बड़ी आबादी का संरक्षण किया जाता है।

काले गैंडों और सफेद गैंडों से संबंधित मुख्य बिंदु:

काले गैंडे :

Black-rhino

  • परिचय:
    • काले गैंडे दोनों अफ्रीकी गैंडे प्रजातियों में छोटे होते हैं।
    • सफेद और काले गैंडों के बीच सबसे उल्लेखनीय अंतर उनके झुके हुए ऊपरी होंठ हैं।
      • जबकि सफेद गैंडे के होंठ चौकोर होते हैं।
    • काले गैंडे चरने के बजाय ब्राउज़ (ऐसे जानवर जो पेड़ो की छाल और पत्ती खाते है) करते हैं और उनके नुकीले होंठ उन्हें झाड़ियों तथा पेड़ों से पत्तियों को खाने में मदद करते हैं।
    • उनके दो सींग होते हैं और कभी-कभी इन सींगों के पीछे, एक तीसरा छोटा सींग होता है।
  • वैज्ञानिक नाम:
    • डिसेरोस बाइकोर्निस (Diceros bicornis)
  • प्राकृतिक वास:
    • अर्ध-रेगिस्तान सवाना, आर्द्रभूमि, वन, वनभूमि
  • संरक्षण की स्थिति:

सफेद गैंडा:

White-rhino

  • परिचय:
    • हाथी के बाद सफेद गैंडे दूसरे सबसे बड़े भूमि स्तनपायी हैं।
    • सफेद गैंडे को उनके चौकोर (नुकीले नहीं) ऊपरी होंठ के कारण चौकोर होंठ वाले गैंडे के रूप में भी जाना जाता है।
    • अफ्रीका में दो आनुवंशिक रूप से अलग-अलग उप-प्रजातियाँ मौजूद हैं जो उत्तरी और दक्षिणी सफेद गैंडे के रुप में जाने जाते हैं जो अफ्रीका के दो अलग-अलग क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
  • वैज्ञानिक नाम:
    • सीराटोथेरियम सिमम (Ceratotherium simum)
  • प्राकृतिक वास:
    • लंबी और छोटी घास वाले सवाना क्षेत्र।
  • संरक्षण स्थिति:
    • IUCN रेड लिस्ट: लुप्तप्राय
    • CITES: परिशिष्ट I और परिशिष्ट II
    • वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972: अनुप्रयोज्य

गैंडों के अन्य प्रकार:

ग्रेटर वन हॉर्नड गैंडा:

Greater-Rhino

  • परिचय:
    • एशिया की गैंडों की सबसे बड़ी प्रजाति, जिसे भारतीय राइनो के नाम से भी जाना जाता है।
  • वैज्ञानिक नाम:
    • राइनोसोरेस यूनिकॉर्निस
  • IUCN स्थिति:
    • संवेदनशील
  • प्राकृतिक वास:
    • उष्णकटिबंधीय घास का मैदान, झाड़ियाँ, सवाना
  • वितरण:
    • भारत और नेपाल

सुमात्रा गैंडा:

Sumatra-rhino

  • परिचय:
    • वूली राइनोसोरेस के निकटतम सापेक्ष जीवित। अकेली प्रजातियाँ जिसपर अभी भी बाल से ढके हुए हैं।
  • वैज्ञानिक नाम :
    • डाइसेरोरिनस सुमाट्रेनसिस
  • IUCN स्थिति:
    • गंभीर रूप से लुप्तप्राय
  • प्राकृतिक वास:
    • उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय वन
  • वितरण:
    • सुमात्रा, सबाह

जावन गैंडा:

Javan-Rhino

  • परिचय:
    • दुनिया के सभी जावा गैंडे उजोंग कुलोन नेशनल पार्क में जीवित रह पाते हैं।
  • वैज्ञानिक नाम:
    • राइनोसोरेस सोंडाइकस
  • IUCN स्थिति:
    • गंभीर रूप से लुप्तप्राय
  • आवास:
    • उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय वन
  • वितरण:
    • सुमात्रा, सबाह

UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQs)

प्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2019)

  1. एशियाई शेर प्राकृतिक रूप से भारत में ही पाया जाता है।
  2. दो कूबड़ वाला ऊँट प्राकृतिक रूप से भारत में ही पाया जाता है।
  3. एक सींग वाला गैंडा प्राकृतिक रूप से भारत में ही पाया जाता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) केवल 1 और 3
(d) 1, 2 और 3

उत्तर: (a)

व्याख्या:

  • एशियाई शेर कभी फारस (ईरान) से लेकर पूर्वी भारत तक के क्षेत्रों में पाए जाते थे। 1890 के दशक के अंत तक एशियाई शेर गुजरात, भारत के गिर वन क्षेत्र तक सीमित हो। राज्य और केंद्र सरकार के निरंतर प्रयासों से, एशियाई शेरों की आबादी वर्ष 2015 में 523 से बढ़कर वर्ष 2020 में 674 हो गई। अतः कथन 1 सही है।
  • दोहरे कूबड़ वाला ऊँट मूलतः गोबी रेगिस्तान में पाया जाता है और ठंडे रेगिस्तानों के विस्तृत इलाकों, जैसे मंगोलिया, चीन, कजाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, उजबेकिस्तान और अफगानिस्तान के कुछ हिस्सों में भी यह ऊँट देखने को मिल जाते हैं। अतः कथन 2 सही नहीं है।
  • एक सींग वाले गैंडे उत्तर-पूर्वी भारत और नेपाल के तराई घास के मैदानों में पाए जाते हैं। अत: कथन 3 सही नहीं है।

अतः विकल्प (a) सही है।

स्रोत: डाउन टू अर्थ