अमृत ​​फार्मेसीज़ की 10वीं वर्षगाँठ | 18 Nov 2025

स्रोत: TH

चर्चा में क्यों? 

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री (MoHFW) ने नई दिल्ली के भारत मंडपम में अमृत (AMRIT)  (उपचार के लिये सस्ती दवाएँ और विश्वसनीय प्रत्यारोपण- Affordable Medicines and Reliable Implants for Treatment) फार्मेसी की 10वीं वर्षगाँठ समारोह का उद्घाटन किया।

अमृत (उपचार के लिये किफायती दवाएँ और विश्वसनीय प्रत्यारोपण) फार्मेसी क्या है?

  • अमृत: अमृत को वर्ष 2015 में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा लॉन्च किया गया था तथा इसे स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत एक मिनी रत्न सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम HLL लाइफकेयर लिमिटेड द्वारा कार्यान्वित किया गया था, ताकि कम लागत वाली फार्मेसी स्टोरों के राष्ट्रव्यापी नेटवर्क के माध्यम से चिकित्सा लागत को कम किया जा सके।
    • ये दुकानें सभी मरीजों की पहुँच में सुधार लाने के लिये आवश्यक दवाइयाँ, प्रत्यारोपण और शल्य चिकित्सा संबंधी सामान किफायती दामों पर उपलब्ध कराती हैं।
    • यह प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्रों (PMBJK) के समान है, क्योंकि दोनों का उद्देश्य सस्ती दरों पर दवाइयाँ और चिकित्सा संबंधी आपूर्ति उपलब्ध कराना है।
  • विज़न और मिशन: अमृत का मुख्य उद्देश्य सार्वजनिक क्षेत्र के माध्यम से सस्ती और भरोसेमंद फार्मेसी सेवाएँ प्रदान करना, आवश्यक दवाओं तक व्यापक पहुँच का समर्थन करना तथा उपचार लागत को कम करना है।
  • प्रभाव (अक्तूबर 2025 तक): अमृत पहल द्वारा 17,047 करोड़ रुपये मूल्य की दवाइयों की आपूर्ति की गई है तथा मरीजों को 8,395 करोड़ रुपये बचाने में मदद मिली है। 
  • कुल 68.51 मिलियन मरीज़ों को रियायती सेवाओं का लाभ मिला है।

जन औषधि केंद्र क्या हैं?

  • परिचय: जन औषधि केंद्र प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (PMBJP) के तहत सरकार समर्थित फार्मेसी आउटलेट हैं जो ब्रांडेड दवाओं की तुलना में बहुत कम कीमत पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएँ प्रदान करते हैं। 
    • वे स्वास्थ्य देखभाल लागत को कम करने और आवश्यक दवाओं तक पहुँच में सुधार लाने के लक्ष्य के साथ फार्मास्यूटिकल्स विभाग के अधीन कार्य करते हैं ।
  • PMBJP: यह एक प्रमुख योजना है जो सभी के लिये, विशेष रूप से गरीब और कमज़ोर लोगों के लिये  सस्ती, गुणवत्तापूर्ण दवाऍं सुनिश्चित करती है । 
    • इसे 2008 में रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के फार्मास्यूटिकल्स विभाग द्वारा शुरू किया गया था तथा वर्ष 2015-16 में इसका पुनर्गठन किया गया।
    • PMBJP देश भर में  16,000 से अधिक जन औषधि केंद्रों के माध्यम से उच्च गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाइयाँ उपलब्ध कराकर स्वास्थ्य पर होने वाले खर्च को कम करता है।
    • ये आउटलेट विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की अच्छी विनिर्माण प्रथाओं से प्रमाणित सुविधाओं में निर्मित 2,100 से अधिक दवाएँ और 300 सर्जिकल आइटम उपलब्ध कराते हैं तथा इनका परीक्षण राष्ट्रीय परीक्षण एवं अंशांकन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (NABL) से मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में किया जाता है। 
    • ये आउटलेट WHO की गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस (GMP) प्रमाणित इकाइयों में तैयार की गई 2,100 से अधिक दवाएँ और 300 सर्जिकल उत्पाद उपलब्ध कराते हैं और इनकी जाँच राष्ट्रीय परीक्षण एवं अंशांकन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (NABL) द्वारा मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में की जाती है।
  • जन औषधि सुगम ऐप: यह उपयोगकर्त्ताओं को नजदीकी केंद्र ढूंढने, दवाइयाँ खोजने और तत्काल बचत जानकारी के साथ जेनेरिक बनाम ब्रांडेड कीमतों की तुलना करने में मदद करता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

1. अमृत फार्मेसी क्या है?

अमृत (उपचार के लिये किफायती दवाइयाँ और विश्वसनीय प्रत्यारोपण) स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा समर्थित एक खुदरा नेटवर्क है, जिसे HLL लाइफकेयर (एक मिनी रत्न सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम) द्वारा कार्यान्वित किया जाता है। यह OOP व्यय को कम करने के लिये आवश्यक दवाइयाँ, प्रत्यारोपण और सर्जिकल डिस्पोज़ेबल भारी रियायती दरों पर उपलब्ध कराता है।

2. प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (PMBJP) दवा की गुणवत्ता कैसे सुनिश्चित करती है?

PMBJP विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)-GMP प्रमाणित निर्माताओं से दवाइयाँ प्राप्त करती है और प्रत्येक बैच का NABL-मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में परीक्षण करती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि जेनेरिक दवाइयाँ सुरक्षा और प्रभावकारिता में ब्रांडेड दवाओं के समान हों।

3. PMBJP उद्यमिता को किस प्रकार बढ़ावा देती है?

जनऔषधि केंद्र डॉक्टरों, फ़ार्मासिस्टों, गैर-सरकारी संगठनों और स्वयं सहायता समूहों द्वारा सरकारी सहायता (₹2.5 लाख तक और अन्य प्रोत्साहन) से संचालित किये जाते हैं, जिससे स्थानीय रोज़गार और विकेंद्रीकृत खुदरा अवसर उत्पन्न होते हैं।