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बिल्ड बैक बेटर वर्ल्ड ‘प्रस्ताव’ | 19 Jul 2021 | अंतर्राष्ट्रीय संबंध

यह एडिटोरियल दिनांक 17/07/2021 को ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ में प्रकाशित “A counter-strategy called B3W” लेख पर आधारित है। यह G-7 देशों द्वारा हाल ही में प्रस्तुत ‘बिल्ड बैक बेटर वर्ल्ड’ (B3W) प्रस्ताव के संबंध में चर्चा करता है।

हाल ही में G-7 नेताओं ने ‘बिल्ड बैक बेटर वर्ल्ड’ (Build Back Better World- B3W) प्रस्ताव पेश किया है। इस प्रस्ताव का उद्देश्य विकासशील और निम्न आय वाले देशों में बुनियादी ढाँचा निवेश घाटे को दूर करना है।

इस प्रकार यह प्रस्ताव ‘बेल्ट रोड इनिशिएटिव’ (Belt Road Initiative- BRI) परियोजनाओं के माध्यम से 100 से अधिक देशों में चीन के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला करने का प्रयास है। BRI परियोजनाओं के माध्यम से चीन वैश्विक व्यापार, विदेश नीति और भू-राजनीति में अपने रणनीतिक प्रभुत्व की स्थापना हेतु अपनी रणनीतियों या ऋण जाल संबंधी व्यवहारों को विस्तृत करना चाहता है।

B3W अभी अपने आरंभिक चरण में है और यह देखा जाना शेष है कि भारत ‘बिल्ड बैक बेटर वर्ल्ड’ में क्या भूमिका निभाएगा क्योंकि वह BRI का प्रबल विरोधी रहा है, जिसे चीन द्वारा व्यापार, विदेश नीति और भू-राजनीति में अपना रणनीतिक प्रभुत्व स्थापित करने हेतु डिज़ाइन किया गया है।

BRI की स्थिति और संबद्ध मुद्दे

B3W और इसके मार्गदर्शक सिद्धांत

आगे की राह:

निष्कर्ष

BRI के परिप्रेक्ष्य में B3W का प्रति-प्रस्ताव निश्चित रूप से एक स्वागत योग्य क़दम है जो चीनी वृहत योजना के प्रतिकूल प्रभावों पर अंकुश लगाएगा। हालाँकि B3W में वर्तमान स्तर पर सुसंगत विचारों और उचित योजना का अभाव है।

फिर भी यह बेहतर स्थिति है कि एक विकल्प का प्रस्ताव किया गया है। इसके अतिरिक्त यह देखा जाना शेष है कि भारत B3W में क्या भूमिका निभाएगा क्योंकि वह चीन के BRI का प्रबल विरोधी रहा है।

अभ्यास प्रश्न: चीनी वृहत योजना के प्रतिकूल प्रभावों पर अंकुश लगाने के लिये ‘बिल्ड बैक बेटर वर्ल्ड’ (B3W) का प्रति-प्रस्ताव निश्चित रूप से एक स्वागत योग्य कदम है। चर्चा कीजिये।