डेली अपडेट्स

जेंडर स्नैपशॉट 2022 | 08 Sep 2022 | सामाजिक न्याय

प्रिलिम्स के लिये:

जेंडर स्नैपशॉट 2022, सतत् विकास लक्ष्य-5।

मेन्स के लिये:

महिलाओं से संबंधित मुद्दे, लैंगिक-अंतर, संबंधित चुनौतियाँ और आगे की राह।

 चर्चा में क्यों?

हाल ही में, संयुक्त राष्ट्र (UN) महिला और संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक तथा सामाजिक मामलों के विभाग (UN DESA) द्वारा "सतत् विकास लक्ष्यों पर प्रगति (SDG): द जेंडर स्नैपशॉट 2022" नामक रिपोर्ट जारी की गई।

रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु:

SDG

चुनौतियांँ:

आगे की राह:

UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ):

प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन विश्व के देशों को 'वैश्विक लैंगिक अंतर सूचकांक ' रैंकिंग प्रदान करता है? (2017)

(a) विश्व आर्थिक मंच
(b) संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद
(c) संयुक्त राष्ट्र महिला
(d) विश्व स्वास्थ्य संगठन

उत्तर: a

व्याख्या:

  • वैश्विक लैंगिक अंतर सूचकांक, विश्व आर्थिक मंच द्वारा प्रकाशित की जाती है। अत: विकल्प a सही है।
  • वैश्विक लैंगिक अंतर सूचकांक, जिसे लैंगिक समानता को मापने के लिये डिज़ाइन किया गया है, चार प्रमुख क्षेत्रों में महिलाओं और पुरुषों के बीच गणना किये गए लैंगिक अंतर के अनुसार देशों को रैंक करता है। इसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, अर्थव्यवस्था और राजनीति जैसे मानकों पर लैंगिक समानता की स्थिति को मापा जाता है।
  • वैश्विक लैंगिक अंतर सूचकांक 2021 ने 156 देशों को चार विषयगत आयामों में लैंगिक समानता की दिशा में उनकी प्रगति पर आकलन किया: आर्थिक भागीदारी और अवसर, शैक्षिक प्राप्ति, स्वास्थ्य और उत्तरजीविता, एवं राजनीतिक अधिकारिता। इसके अलावा इस वर्ष के संस्करण में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से संबंधित कौशल लैंगिक अंतराल का अध्ययन किया गया।
  • वैश्विक लैंगिक अंतर सूचकांक -2021 में भारत 140वें स्थान पर है।

स्रोत: डाउन टू अर्थ