कोरोना के कुछ मामलों में घ्राण इंद्रियों का नष्ट होना | 28 Mar 2020

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हाल ही में कोरोनावायरस से ग्रसित कुछ रोगियों में घ्राण इंद्रियों के नष्ट होने (Anosmia) के मामले सामने आए हैं, विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरस का पता लगाने का एक नया संकेत हो सकता है।

प्रमुख बिंदु

गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation-WHO) ने COVID-19 के सबसे आम संकेतों को बुखार, थकान और सूखी खाँसी के रूप में सूचीबद्ध किया है।

घ्राणशक्ति का नाश- एनोस्मिया (Anosmia):

  • एनोस्मिया (Anosmia) गंध की भावना का आंशिक या पूर्ण अभाव होता है।  यह अभाव अस्थायी या स्थायी हो सकता है।
  • यह नाक में सूजन या किसी प्रकार के ब्लॉकेज के कारण होता है जो गंध को नाक के ऊपरी हिस्से तक पहुँचने से रोकता है।
  • श्वसन वायरल संक्रमण गंध के अभाव के सामान्य कारणों में से एक है। गंध का आभास संक्रमण के खत्म होने पर ही होता है।
  • एनोस्मिया के अन्य मुख्य कारण इस प्रकार हैं:
    • नाक की श्लेष्मा झिल्ली (Mucous Membranes) परत में चिड़चिड़ाहट या जलन।
    • नाक के मार्ग में रुकावट।
    • मस्तिष्क या तंत्रिका क्षति।

जटिलताएँ: 

  • एनोस्मिया से ग्रसित  व्यक्ति पूरी तरह से खाद्य पदार्थों का स्वाद लेने में सक्षम नहीं हो सकते हैं और खाने में रुचि खो सकते हैं।
  • इससे वज़न का कम होना या कुपोषण की समस्या हो सकती है।

स्वाद-अनुभूति का अभाव- एजुसिया (Ageusia):

  • एजुसिया (Ageusia) एक ऐसी स्थिति है जो जीभ की स्वाद संबंधी क्रियाएँ को पूर्णतः निष्क्रिय कर देती है।
  • ऐसे लोग जिनमें स्वाद की क्षमता कम होती है उन्हें हाइपोगेसिया (Hypogeusia) कहा जाता है।

सामान्य कारण:

    • उम्र का बढ़ना
    • नाक की वायुमार्ग की समस्याएँ।
    • ऊपरी वायुमार्ग संक्रमण, जैसे कि साइनस संक्रमण, गलसुओं की सूजन, या गले में खराश


स्रोत: द हिंदू