73वीं विश्व स्वास्थ्य सभा | 18 May 2020

प्रीलिम्स के लिये:

विश्व स्वास्थ्य सभा, विश्व स्वास्थ्य संगठन, वर्ल्ड ऑर्गनाइज़ेशन फॉर एनिमल हेल्‍थ

मेन्स के लिये:

COVID-19 पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की भूमिका 

चर्चा में क्यों?

विश्व स्वास्थ्य संगठन’ (World Health Organization-WHO) की 73वीं दो दिवसीय (18-19 मई) वार्षिक ‘विश्व स्वास्थ्य सभा’ (World Health Assembly) का जिनेवा में आयोजन किया जा रहा है। 

प्रमुख बिंदु:

  • उल्लेखनीय है कि ‘विश्व स्वास्थ्य सभा’ में COVID-19 से संबंधित मुद्दों पर निष्पक्ष जाँच हेतु मसौदा प्रस्ताव पेश किया गया है। 
  • भारत ने ‘विश्व स्वास्थ्य सभा’ में COVID-19 से संबंधित जाँच हेतु यूरोपीय संघ और ऑस्ट्रेलिया के नेतृत्त्व में 62 देशों के गठबंधन का समर्थन किया है।
  • इन 62 देशों में बांग्लादेश, कनाडा, रूस, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन और जापान जैसे देश शामिल हैं। 
  • इस मसौदा प्रस्ताव में ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ और ‘वर्ल्ड ऑर्गनाइज़ेशन फॉर एनिमल हेल्‍थ’ (World Organization for Animal Health-OIE) को संयुक्त रूप से COVID-19 के स्रोतों का चिह्नित करना, मनुष्य COVID-19 के संपर्क में कैसे आया जैसे मुद्दों को वैज्ञानिक तरीके से जाँच करने का उल्लेख किया गया है।
  • मसौदा प्रस्ताव में सभी देशों को COVID-19 से संबंधित सटीक और पर्याप्त रूप से विस्तृत सार्वजनिक स्वास्थ्य जानकारी विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ साझा करने का उल्लेख है। 
  • ध्यातव्य है कि भारत ने मार्च 2020 में ही जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) में ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ में सुधार, पारदर्शिता और जवाबदेही की आवश्यकताओं का उल्लेख किया था।
  • ध्यातव्य है कि कुछ दिन पहले ही अमेरिका ने COVID-19 महामारी से निपटने में विश्व स्वास्थ्य संगठन की भूमिका पर सवाल उठाया था। साथ ही अमेरिका ने WHO को दी जाने वाली फंडिंग (Funding) पर भी रोक लगा दी थी। 

मसौदा प्रस्ताव पेश करने के कारण:

  • विश्व स्वास्थ्य संगठन अपने दायित्त्वों का निर्वाह करने में विफल रहा है। ध्यातव्य है कि वर्ष 2017 में चीन की सहायता से टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) को विश्व स्वास्थ्य संगठन का महानिदेशक चुना गया था। 
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वायरस के बारे में चीन के ‘दुष्प्रचार’ को बढ़ावा दिया है, जिसके कारण संभवतः वायरस ने और अधिक गंभीर रूप धारण कर लिया है।

विश्व स्वास्थ्य सभा (World Health Assembly):

  • ‘विश्व स्वास्थ्य सभा’ सदस्य राष्ट्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधियों से बना है।
  • प्रत्येक सदस्य का प्रतिनिधित्व अधिकतम तीन प्रतिनिधियों द्वारा किया जाता है जिनमें से किसी एक को मुख्य प्रतिनिधि के रूप में नामित किया जाता है।
  • इन प्रतिनिधियों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनकी तकनीकी क्षमता के आधार पर सबसे योग्य व्यक्तियों में से चुना जाता है क्योंकि ये सदस्य राष्ट्र के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रशासन का अधिमान्य प्रतिनिधित्व करते हैं।
  • विश्व स्वास्थ्य सभा की बैठक नियमित वार्षिक सत्र और कभी-कभी विशेष सत्रों में भी आयोजित की जाती है।

विश्व स्वास्थ्य सभा के कार्य:

  • विश्व स्वास्थ्य सभा WHO की नीतियों का निर्धारण करती है।
  • यह संगठन की वित्तीय नीतियों की निगरानी करती है एवं बजट की समीक्षा तथा अनुमोदन करती है।
  • यह WHO तथा संयुक्त राष्ट्र के मध्य होने वाले किसी भी समझौते के संदर्भ में आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (Economic and Social Council) को रिपोर्ट करता है।
  • संगठन के कर्मियों द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनुसंधान को बढ़ावा देना और इसे संचालित करना।

स्रोत: हिंदुस्तान टाइम्स