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आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण 2020-21 | 16 Jun 2022 | भारतीय अर्थव्यवस्था

प्रिलिम्स के लिये:

आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (PLFS), राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO), बेरोजगारी दर, श्रम बल, 

मेन्स के लिये:

रोजगार, संवृद्धि और विकास, मानव संसाधन, भारत में बेरोजगारी के प्रकार, बेरोजगारी से लड़ने के लिये सरकार द्वारा हाल की पहलें 

चर्चा में क्यों? 

हाल ही में सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MOSPI) द्वारा 2020-21 के लिये आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (PLFS) जारी किया गया। 

PLFS के मुख्य बिंदु : 

अन्य प्रमुख बिंदु 

आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (PLFS): 

बेरोज़गारी से निपटने हेतु सरकार की पहल: 

भारत में बेरोजगारी के प्रकार: 

यूपीएससी सिविल सेवा, विगत वर्षों के प्रश्न: 

प्रश्न: प्रच्छन्न बेरोजगारी का आम तौर पर अर्थ होता है- 

(a) बड़ी संख्या में लोग बेरोज़गार रहते हैं 
(b) वैकल्पिक रोज़गार उपलब्ध नहीं है 
(c) श्रम की सीमांत उत्पादकता शून्य है 
(d) श्रमिकों की उत्पादकता कम है 

उत्तर:(d) 

व्याख्या: 

  • अर्थव्यवस्था प्रच्छन्न बेरोज़गारी को प्रदर्शित करती है जब उत्पादकता कम होती है और बहुत से श्रमिक ज़रूरत से ज़्यादा संख्या में कार्यरत होते है। 
  • सीमांत उत्पादकता उस अतिरिक्त उत्पादन को संदर्भित करती है जो श्रम की एक इकाई को जोड़कर प्राप्त की जाती है। 
  • चूंँकि प्रच्छन्न बेरोज़गारी में आवश्यकता से अधिक श्रमिक पहले से ही कार्य में लगे हुए हैं, इसलिये श्रम की सीमांत उत्पादकता शून्य है। 

अतः विकल्प (c) सही है। 

स्रोत: द हिंदू