प्रिलिम्स फैक्ट्स (01 Dec, 2022)



बिंटूरोंग

मणिपुर के उखरूल शहर में पुलिस और वन अधिकारी जंगली जानवरों (मृत या जीवित) जैसे बिंटुरोंग को रैफल ड्रॉ (लॉटरी जिसमें ईनाम में पैसे के बजाय वस्तु प्रदान की जाती हैं।) के लिये ईनाम के रूप में दिये जाने की खबरों के बाद "जुए के अड्डों" की जाँच कर रहे हैं।

  • नगालैंड का राजकीय पक्षी बेलीथ ट्रैगोपन है।

Binturong

बिंटूरोंग

  • परिचय:
    • बिंटूरोंग, (Arctictis binturong), जिसे बीयर कैट अथवा कैट बीयर भी कहा जाता है, दक्षिण पूर्व एशिया के घने जंगलों में पाए जाने वाले सिवेट परिवार (Viverridae) के बिल्ली के समान सर्वाहारी जंतु है।
    • इसके लंबे बिखरे बाल, गुच्छेदार कान और एक लंबी, झाड़ीदार पूँछ होती है। पूँछ आम तौर पर काले रंग की होती है जिसमें कुछ सफेद बाल होते हैं।।
    • बिंटूरोंग मुख्य रूप से निशाचर(रात में घूमने-फिरने वाले) और क्रेपसकुलर (जो सांध्य के दौरान सक्रिय) होते हैं।
    • यह अक्सर पेड़ों पर पाया जाता है और इसकी झाड़दार पूँछ चढ़ाई में इसकी सहायता करता हैं। यह मुख्यतः अंजीर खाता है, लेकिन अंडे और छोटे जानवर भी खाता है।
    • कुछ क्षेत्रों में बिंटूरोंग को बड़े प्यार से पाला भी जाता है।
  • वितरण:
    • यह नेपाल, भारत और भूटान से लेकर दक्षिण की ओर सुमात्रा तथा जावा के इंडोनेशियाई द्वीपों एवं पूर्व की ओर बोर्नियो तक पाए जाते है।
  • संरक्षण:

ब्लीथ ट्रैगोपन :

bleeth

  • वितरण:
    • भूटान, चीन, भारत, म्याँमार

स्रोत: द हिंदू


भारत का पहला निजी अंतरिक्ष यान लॉन्चपैड

हाल ही में चेन्नई स्थित अंतरिक्ष तकनीक स्टार्टअप अग्निकुल कॉसमॉस ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (Satish Dhawan Space Centre- SDSC) में भारत के पहले निजी अंतरिक्ष यान लॉन्चपैड का उद्घाटन किया।

अग्निकुल लॉन्चपैड:

  • परिचय:
    • इस लॉन्चपैड के दो भाग हैं: अग्निकुल लॉन्चपैड और अग्निकुल मिशन नियंत्रण केंद्र, जो एक दूसरे से चार किलोमीटर दूर हैं।
    • लिक्विड स्टेज-कंट्रोल्ड लॉन्च को इस लॉन्चपैड द्वारा पूरा किया जा सकता है।
    • अग्निकुल कॉसमॉस इस लॉन्चपैड से अपने अग्निबाण रॉकेट को लॉन्च करने की योजना बना रहा है।
  • महत्त्व:
    • यह लॉन्चपैड विशेष रूप से लॉन्च के दौरान प्रमुख उड़ान सुरक्षा मापदंडों की निगरानी के लिये ISRO की रेंज ऑपरेशंस टीम की आवश्यकता को पूरा करने हेतु बनाया गया है।
    • इसके अतिरिक्त, इसमें इसरो के मिशन नियंत्रण केंद्र के साथ डेटा और अन्य महत्त्वपूर्ण जानकारी साझा करने की क्षमता है।

अग्निबाण:

  • अग्निबाण दो चरणों वाला एक प्रक्षेपण यान है जो पृथ्वी की सतह से लगभग 700 किलोमीटर की निचली पृथ्वी की कक्षा में 100 किलोग्राम तक के पेलोड ले जाने में सक्षम है।
  • यह कंपनी के 3डी-प्रिंटेड अग्निलेट इंजन द्वारा संचालित होगी।
    • अग्निलेट दुनिया का पहला 3-डी प्रिंटेड इंजन है जिसे पूरी तरह से भारत में डिज़ाइन और निर्मित किया गया है तथा वर्ष 2021 की शुरुआत में इसका सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था, जिससे अग्निकुल ISRO में अपने इंजनों का परीक्षण करने वाली देश की पहली कंपनी बन गई। 
    • अग्निलेट रॉकेट एक "सेमी-क्रायोजेनिक" इंजन है जो खुद को आगे बढ़ाने के लिये सुपरकोल्ड तरल ऑक्सीजन के मिश्रण का उपयोग करता है।
  • यह इंजन बहुत जटिल है और यह बहुत उच्च तापमान पर कार्य करता है।

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस


ज़ाॅम्बी वायरस

यूरोपीय शोधकर्त्ताओं द्वारा रूस में एक जमी हुई झील के नीचे से 48,500 वर्ष पुराने 'ज़ाॅम्बी वायरस' के पुनर्जीवित होने और उसके संक्रमण से होने वाली महामारी की संभावना पर चिंता जताई गई है।

ज़ाॅम्बी वायरस

  • परिचय:
    • 13 नए रोगजनकों(पथोजेन) की पहचान की गई है, जिन्हें 'ज़ाॅम्बी वायरस' कहा जाता है, जो पर्माफ्रॉस्ट में कई सहस्राब्दी पुराने होने के बावजूद संक्रामक बने रहे।
    • वैश्विक तापमान में वृद्धि के कारण हुए पर्माफ्रॉस्ट के पिघलने के परिणामस्वरूप यह अस्तित्व में आया।
    • नया वैरिएंट 13 वायरसों में से एक है, जिनमें से प्रत्येक का अपना जीनोम है।
      • पौराणिक चरित्र पेंडोरा के बाद सबसे पुराना डब्ड पैंडोरावायरस येडोमा 48,500 वर्ष पुराना था, यह जमे हुए वायरस के लिये ऐसी अवधि है जब वह पुनः अन्य जीवों को संक्रमित करने की क्षमता रखता है।
    • इसने वर्ष 2013 में साइबेरिया में इसी टीम द्वारा खोजे गए 30,000 वर्ष पुराने वायरस द्वारा के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया है।
  • कारण:
    • उत्तरी गोलार्द्ध का एक-चौथाई हिस्सा स्थायी रूप से पर्माफ्रॉस्ट से घिरा हुआ है, जिसे पर्माफ्रॉस्ट कहा जाता है।
    • ग्लोबल वार्मिंग के कारण, अपरिवर्तनीय रूप से पिघलने वाले पर्माफ्रॉस्ट से एक मिलियन वर्षों तक जमे हुए कार्बनिक पदार्थ निकल रहे हैं, जिनमें से अधिकांश कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन में विघटित हो जाते हैं, जिससे ग्रीनहाउस प्रभाव और बढ़ जाता है।
    • इस कार्बनिक पदार्थ के हिस्से में पुनर्जीवित सेलुलर रोगाणु (प्रोकैरियोट्स, एककोशिकीय यूकेरियोट्स) के साथ-साथ वायरस भी शामिल हैं जो प्रागैतिहासिक काल से निष्क्रिय रहे है।
  • संभावित प्रभाव:
    • सभी ‘ज़ाॅम्बी वायरस’ में संक्रामक होने की क्षमता होती है तथा यह "स्वास्थ्य के लिये खतरनाक"" होता है।
    • ऐसा माना जाता है कि भविष्य में कोविड-19 जैसी महामारियाँ और अधिक आम हो जाएँगी क्योंकि पर्माफ्रॉस्ट पिघलने से माइक्रोबियल कैप्टन अमेरिका जैसे लंबे समय तक निष्क्रिय रहने वाले वायरस फैलते हैं।

स्रोत: इकॉनोमिक टाइम्स


Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 01 दिसंबर, 2022

नगालैंड स्थापना दिवस

01 दिसंबर को नगालैंड का स्थापना दिवस मनाया जाता है। नगालैंड 01 दिसंबर, 1963 को भारतीय संघ के 16वें राज्य के रुप में अस्तित्व में आया था। नगालैंड पूर्व में म्याँमार, उत्तर में अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम में असम तथा दक्षिण में मणिपुर से घिरा हुआ है। नगालैंड तथा म्याँमार के बीच सरामती पर्वत शृंखला प्राकृतिक सीमा बनाती है जो नगालैंड की सबसे ऊँची पहाड़ी भी है। राज्य की लगभग 70% जनसंख्या कृषि पर निर्भर है तथा यहाँ की मुख्य खाद्य फसल धान है, इसके अलावा कुल कृषि के 70% भाग पर धान की खेती की जाती है। यहाँ खेती की स्लेश तथा बर्प्रणाली प्रचलित है जिसे स्थानीय स्तर पर झूम खेती कहा जाता है। राज्य का दीमापुर ज़िला पूरे देश से रेलवे  एवं हवाई यातायात से जुड़ा है। नगालैंड में प्रत्येक वर्ष दिसंबर माह के पहले सप्ताह में ‘हॉर्नबिल उत्सव’ का आयोजन किया जाता है।

सीमा सुरक्षा बल

प्रतिवर्ष 1 दिसंबर को ‘सीमा सुरक्षा बल’ (BSF) का स्थापना दिवस मनाया जाता है। भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद भारतीय सीमाओं की रक्षा करने के विशेष उद्देश्य के मद्देनज़र वर्ष 1965 में सीमा सुरक्षा बल (BSF) की स्थापना की गई थी। यह गृह मंत्रालय (MHA) के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत भारत के पाँच केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) में से एक है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) के 2.65 लाख से अधिक रक्षा कर्मी पाकिस्तान और बांग्लादेश की सीमाओं पर तैनात हैं। सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों को नक्सल विरोधी अभियानों, भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा, भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा (LoC) पर तैनात किया गया है। इसके अंतर्गत एक एयर विंग, मरीन विंग, एक आर्टिलरी रेजिमेंट और कमांडो यूनिट शामिल है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) द्वारा अपने अत्याधुनिक जहाज़ों के माध्यम से अरब सागर में सर क्रीक और बंगाल की खाड़ी में सुंदरबन डेल्टा की सुरक्षा की जाती है। इसके अलावा सीमा सुरक्षा बल (BSF) आवश्यकता पड़ने पर प्राकृतिक आपदा के दौरान मानवीय जीवन को बचाने का कार्य भी करता है। साथ ही इसके प्रशिक्षित कर्मियों को संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में भी भेजा जाता है। अन्य केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल हैं: केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP), सशस्त्र सीमा बल (SSB)।