बालोतरा में नगर सुधार न्यास (UIT) | राजस्थान | 28 May 2025
चर्चा में क्यों?
राजस्थान सरकार ने बाड़मेर से अलग होकर बालोतरा को नया ज़िला बनाए जाने के बाद वहाँ नगर सुधार न्यास (Urban Improvement Trust- UIT) की स्थापना की है।
- इस पहल की घोषणा 2025-26 के राज्य बजट में की गई थी।
मुख्य बिंदु
- नगर सुधार न्यास (UIT):
- UIT, जिसे नगर विकास न्यास के नाम से भी जाना जाता है, राजस्थान में एक वैधानिक निकाय है।
- इसकी स्थापना राजस्थान नगर सुधार अधिनियम, 1959 के तहत की गई थी।
- उद्देश्य:
- नियोजित टाउनशिप और औद्योगिक गलियारों को प्रोत्साहन देना।
- आर्थिक विकास में तेज़ी लाना तथा अधिक निवेश आकर्षित करना।
- शहरी शासन को सुव्यवस्थित करना और सार्वजनिक सेवा वितरण को बढ़ाना।
- बालोतरा में UIT गठन का महत्त्व:
- नियोजित शहरी विकास:
- भारत के सबसे बड़े वस्त्र क्लस्टरों में से एक बालोतरा में तीव्र औद्योगिक विकास हुआ है तथा UIT का लक्ष्य सतत् और संरचित शहरी विकास सुनिश्चित करके अनियोजित विस्तार पर अंकुश लगाना है।
- बुनियादी ढाँचा विकास:
- UIT का अधिकार क्षेत्र प्रमुख बस्तियों, विरासत स्थलों और नए टाउनशिप तक विस्तारित हुआ है, जो आधुनिक शहरी मानकों के अनुरूप सड़क, जल, स्वच्छता और आवास जैसे बुनियादी ढाँचे के उन्नयन को सक्षम बनाता है।
- आर्थिक विकास और निवेश:
- राइज़िंग राजस्थान समिट 2024 में बालोतरा की सुदृढ़ निवेशक रुचि इसकी आर्थिक क्षमता को उजागर करती है, जबकि UIT औद्योगिक गलियारों, टाउनशिप और विकास का समर्थन करने के लिये एक संस्थागत ढाँचा प्रदान करेगा।
- विकेंद्रीकृत शहरी शासन:
- विभिन्न तहसीलों और गाँवों को कवर करके, UIT का उद्देश्य विकेंद्रीकृत शासन को दृढ़ करना और बेहतर शहरी-ग्रामीण समन्वय के माध्यम से सार्वजनिक सेवा वितरण को बढ़ाना है।
राजस्थान का वस्त्र उद्योग
- परिचय:
- राजस्थान का वस्त्र उद्योग, समृद्ध विरासत और पारंपरिक तथा आधुनिक उत्पादन विधियों की विस्तृत शृंखला के साथ, राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- यह विशेष रूप से अपने जीवंत हस्तशिल्प के लिये जाना जाता है, जिसमें ब्लॉक प्रिंटिंग, टाई-डाई (बाँधनी) और जटिल कढ़ाई शामिल हैं।
- मुख्य विशेषताएँ और महत्त्व:
- राजस्थान कपास और ऊन का अग्रणी उत्पादक राज्य है, जो भारत के समग्र फाइबर उत्पादन में महत्त्वपूर्ण योगदान देता है।
- वित्त वर्ष 2023 में राजस्थान देश का चौथा सबसे बड़ा कपास उत्पादक राज्य होगा।
- गुजरात, महाराष्ट्र और तेलंगाना अन्य प्रमुख कपास उत्पादक राज्य हैं।
- भीलवाड़ा, जिसे अक्सर "भारत का वस्त्र शहर (Textile City of India)" कहा जाता है, राज्य में वस्त्र निर्माण और निर्यात के लिये एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरा है।
- यह राज्य प्राचीन वस्त्र तकनीकों जैसे बाँधनी, लहरिया, कोटा डोरिया और एप्लिक के लिये प्रसिद्ध है।
- राजस्थान में वस्त्र उद्योग में हस्त-बुनाई की परंपराओं को आधुनिक मशीनरी के साथ प्रभावी ढंग से संयोजित किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप उच्च गुणवत्ता वाले वस्त्र उत्पादों की विविधतापूर्ण शृंखला उपलब्ध होती है।
राइज़िंग राजस्थान वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन, 2024
- राइज़िंग राजस्थान ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट का आयोजन दिसंबर 2024 में जयपुर एक्जीबिशन कन्वेंशन सेंटर (JECC), सीतापुरा, जयपुर में किया जाएगा।
- निवेश शिखर सम्मेलन का विषय था "Replete, Responsible, Ready अर्थात् पूर्ण, ज़िम्मेदार, तैयार", जिसमें सतत् खनन, जल सुरक्षा और महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप पर चर्चा की गई।
- 32 से अधिक देशों और 20 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने विषयगत सत्रों और प्रदर्शनियों में भाग लिया, जिसमें राजस्थान की क्षमता का प्रदर्शन किया गया।