सीकर ज़िले में यूरेनियम खनन परियोजना | राजस्थान | 10 Sep 2025
चर्चा में क्यों?
हाल ही में राजस्थान विधानसभा में अपने संबोधन में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने सीकर ज़िले की खंडेला तहसील में यूरेनियम खनन परियोजना का विवरण प्रस्तुत किया।
मुख्य बिंदु
यूरेनियम खनन परियोजना के बारे में:
- निवेश: यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (UCIL) इस खनन परियोजना में लगभग 3,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
- रोजगार: इस परियोजना का उद्देश्य स्थानीय रोजगार दर में सुधार और क्षेत्र की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाना है।
- इससे 1,623 प्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की संभावना है, जिनमें से 80 प्रतिशत पद स्थानीय निवासियों के लिये आरक्षित होंगे।
- सहयोग: यह परियोजना एटॉमिक माइनरल्स डायरेक्टरेट फॉर एक्सप्लोरेशन एंड रिसर्च (AMD) और परमाणु ऊर्जा विभाग (DAE) के सहयोग से संचालित की जा रही है।
- ये संगठन पहले से ही इस क्षेत्र में अन्वेषणात्मक खनन कर रहे हैं, जिसमें डिक्लाइन माइनिंग (ढलान खनन) और संबंधित कार्य शामिल हैं।

उदयपुर वेटलैंड मान्यता प्राप्त शहरों में शामिल | राजस्थान | 10 Sep 2025
चर्चा में क्यों?
उदयपुर, जिसे प्रायः 'झीलों का शहर' कहा जाता है, ने रामसर वेटलैंड सिटी मान्यता प्राप्त की।
यह सम्मान पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) द्वारा आयोजित स्वच्छ वायु सर्वेक्षण पुरस्कार तथा वेटलैंड शहर मान्यता समारोह 2025 के दौरान प्रदान किया गया।
मुख्य बिंदु
आर्द्रभूमि संरक्षण में उदयपुर के प्रयास
- परिचय: उदयपुर शहर पाँच प्रमुख आर्द्रभूमियों- पिछोला, फतेह सागर, रंग सागर, स्वरूप सागर और दूध तलई से घिरा हुआ है।
- ये आर्द्रभूमियाँ शहर की संस्कृति और पहचान का अभिन्न हिस्सा हैं, शहर की सूक्ष्म जलवायु को बनाए रखने में सहायक हैं तथा चरम जलवायु घटनाओं से सुरक्षा प्रदान करती हैं।
- मान्यता: उदयपुर को यह सम्मान उसके उत्कृष्ट आर्द्रभूमि संरक्षण प्रयासों के लिये मिला है, जिससे वह विश्व के उन मुख्य शहरों में शामिल हो गया है, जिन्हें आर्द्रभूमि संरक्षण और प्रबंधन के प्रति अपने व्यापक दृष्टिकोण के लिये मान्यता प्राप्त है।
- उदयपुर के प्रयासों में झील और आर्द्रभूमि संरक्षण में सक्रिय सामुदायिक भागीदारी के साथ-साथ शहरी नियोजन में आर्द्रभूमि प्रबंधन का सफल एकीकरण भी शामिल है।
वेटलैंड सिटी प्रमाणन (WCA)
- परिचय:
- WCA एक स्वैच्छिक मान्यता प्रणाली है, जिसे रामसर कन्वेंशन द्वारा कॉन्ट्रैक्टिंग पार्टियों (Conference of the Contracting Parties- COP) 12, 2015 के सम्मेलन के दौरान उन शहरों को मान्यता देने के लिये स्थापित किया गया था, जिन्होंने अपने शहरी आर्द्रभूमि की सुरक्षा हेतु असाधारण प्रयास किये हैं।
- यह पुरस्कार उन शहरी केंद्रों को दिया जाता है, जो आर्द्रभूमि की सुरक्षा, जैवविविधता संरक्षण को बढ़ावा देने तथा स्थायी आजीविका को समर्थन देने में असाधारण प्रयास करते हैं।
- इस योजना का उद्देश्य शहरी और अर्द्ध-शहरी क्षेत्र के आर्द्रभूमि संरक्षण तथा इसके उपयोग को बढ़ावा देना है, साथ ही स्थानीय आबादी के लिये स्थायी सामाजिक-आर्थिक लाभ अर्जित करना भी है।
- WCA 6 वर्षों के लिये मान्य होता है।
- महत्त्व:
- यह शहरों को अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व के वेटलैंड्स जैसे मूल्यवान पारिस्थितिकी तंत्र के साथ सकारात्मक संबंध विकसित करने के लिये प्रोत्साहित करता है।
- इसका उद्देश्य प्राकृतिक या मानव निर्मित आर्द्रभूमि को महत्त्व देने वाले शहरों को अंतर्राष्ट्रीय मान्यता दिलाना है।
