वर्ल्ड स्किल्स एशिया प्रतियोगिता 2025 | 01 Dec 2025
चर्चा में क्यों?
भारत ने वर्ल्ड स्किल्स एशिया प्रतियोगिता 2025 में अपनी पहली भागीदारी में 29 देशों के साथ प्रतिस्पर्द्धा करते हुए 8वीं रैंक प्राप्त करके वैश्विक कौशल मंच पर एक महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर चिह्नित किया।
मुख्य बिंदु
- परिचय: ताइपे, ताइवान में 27-29 नवंबर, 2025 को नानगंग प्रदर्शनी केंद्र में तीसरी वर्ल्डस्किल्स एशिया प्रतियोगिता की मेज़बानी की गई। इस आयोजन ने शिक्षा, आर्थिक विकास, पर्यटन और अंतर्राष्ट्रीय आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिये 29 एशियाई सदस्य और अतिथि देशों के 500 से अधिक प्रतिभागियों को एक साथ लाया।
- भागीदारी: भारतीय दल में कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) के नेतृत्व में 21 विशेषज्ञों के समर्थन से 21 कौशल श्रेणियों में 23 प्रतियोगी शामिल थे।
- पदक तालिका: भारत ने 1 रजत, 2 कांस्य पदक और 3 उत्कृष्टता पदक (मेडलियन फॉर एक्सीलेंस) प्राप्त किये। इनमें पेंटिंग एंड डेकोरेटिंग, इंडस्ट्रियल डिज़ाइन टेक्नोलॉजी, रोबोट सिस्टम इंटीग्रेशन, वेब टेक्नोलॉजीज, इलेक्ट्रिकल इंस्टॉलेशन और सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन डेवलपमेंट जैसे कौशल क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन शामिल रहे।
- महिलाओं की उपलब्धियाँ: महिला प्रतियोगियों ने अभूतपूर्व प्रदर्शन किया, जिससे पदक तालिका में महत्त्वपूर्ण योगदान मिला। उन्होंने गैर-पारंपरिक कौशल क्षेत्रों में भी उत्कृष्ट सफलता प्राप्त की और भारतीय प्रतिभागियों में सर्वाधिक समग्र अंक प्राप्त किये।
- प्रशिक्षण एवं तैयारी: प्रतियोगियों का चयन इंडिया स्किल्स नेशनल कॉम्पिटिशन 2024 के माध्यम से किया गया था और उन्होंने सेक्टर स्किल काउंसिल्स, शैक्षणिक संस्थानों एवं वैश्विक विशेषज्ञों के समर्थन से उद्योग-नेतृत्व वाले महीनों के गहन प्रशिक्षण से गुजरकर विश्व-स्तरीय तत्परता सुनिश्चित की।
- महत्त्व एवं प्रभाव: भारत का मज़बूत पदार्पण वैश्विक कौशल प्रतिभा के केंद्र के रूप में देश की बढ़ती स्थिति को मज़बूती प्रदान करता है। यह देश के कौशल पारिस्थितिकी तंत्र की मज़बूती को दर्शाता है और युवा उत्कृष्टता, मज़बूत प्रशिक्षण ढाँचे तथा समर्पित राष्ट्रीय नेतृत्व के माध्यम से राष्ट्र की महत्वाकांक्षा को आगे बढ़ाता है।
