प्रधानमंत्री ने वाराणसी में दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज - एमवी गंगा विलास को झंडी दिखाकर रवाना किया | 14 Jan 2023

चर्चा में क्यों?

13 जनवरी, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से वाराणसी में दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज - एमवी गंगा विलास को झंडी दिखाकर रवाना किया और टेंट सिटी का उद्घाटन किया।

प्रमुख बिंदु 

  • इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने 1000 करोड़ रुपए से अधिक की कई अन्य अंतर्देशीय जलमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया।
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि काशी से डिब्रूगढ़ तक के सबसे लंबे रिवर क्रूज विश्व पर्यटन मानचित्र पर उत्तर भारत के पर्यटन स्थलों को सामने लाएगा।
  • साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि वाराणसी, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार और असम में समर्पित की जा रही एक हज़ार करोड़ रुपए की अन्य परियोजनाएँ पूर्वी भारत में पर्यटन और रोज़गार की सभावनाओं को बढ़ावा देंगी।
  • रिवर क्रूज के अनुभव पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि इसमें सभी के लिये कुछ न कुछ खास है। आध्यात्मिकता में रुचि रखने वालों के लिये काशी, बोधगया, विक्रमशिला, पटना साहिब और माजुली जैसे गंतव्यों को कवर किया जाएगा।
  • एक बहुराष्ट्रीय क्रूज अनुभव की तलाश करने वाले पर्यटकों को बांग्लादेश में ढाका से होकर जाने का अवसर मिलेगा तथा जो भारत की प्राकृतिक विविधता को देखना चाहते हैं उनके लिये यह सुंदरबन और असम के जंगलों से होकर गुज़रेगा।
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि यह क्रूज 25 विभिन्न नदी धाराओं से होकर गुज़रेगा इसलिये उन लोगों के लिये इस क्रूज का विशेष महत्त्व है, जो भारत की नदी प्रणालियों को समझने में गहरी रुचि रखते हैं।
  • एमवी गंगा विलास उत्तर प्रदेश के वाराणसी से अपनी यात्रा शुरू करते हुए 51 दिनों में लगभग 3,200 किलोमीटर की यात्रा करके भारत और बांग्लादेश में 27 नदी प्रणालियों को पार करते हुए बांग्लादेश के रास्ते असम के डिब्रूगढ़ तक पहुँचेगा।
  • एमवी गंगा विलास में सभी लक्जरी सुविधाओं के साथ तीन डेक, 36 पर्यटकों की क्षमता वाले 18 सुइट्स हैं। पहली यात्रा में स्विट्जरलैंड के 32 पर्यटक पूरी यात्रा के लिये जा रहे हैं।
  • एमवी गंगा विलास क्रूज को दुनिया के सामने देश का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये डिजाइन किया गया है। विश्व धरोहर स्थलों, राष्ट्रीय उद्यानों, नदी घाटों और बिहार में पटना, झारखंड में साहिबगंज, पश्चिम बंगाल में कोलकाता, बांग्लादेश में ढाका और असम में गुवाहाटी जैसे प्रमुख शहरों सहित 50 पर्यटन स्थलों के लिये क्रूज की 51 दिनों की यात्रा की योजना बनाई गई है।
  • यह यात्रा पर्यटकों को एक शानदार अनुभव देगी और भारत और बांग्लादेश की कला, संस्कृति, इतिहास और आध्यात्मिकता में शामिल होने का अवसर देगी।
  • रिवर क्रूज टूरिज्म को बढ़ावा देने के प्रधानमंत्री के प्रयास के अनुरूप, इस सेवा के लॉन्च के साथ रिवर क्रूज की विशाल अप्रयुक्त क्षमता का लाभ प्राप्त करना संभव हो जाएगा और यह भारत के लिये रिवर क्रूज टूरिज्म के एक नए युग का सूत्रपात करेगी।
  • वाराणसी में टेंट सिटी क्षेत्र में पर्यटन की संभावनाओं का दोहन करने के लिये गंगा नदी के तट पर टेंट सिटी की परिकल्पना की गई है। यह परियोजना शहर के घाटों के सामने विकसित की गई है जो विशेष रूप से काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन के बाद से वाराणसी में रहने की सुविधा प्रदान करेगी और पर्यटकों की बढ़ती संख्या की ज़रूरत को पूरा करेगी।
  • इसे सार्वजनिक निजी भागीदारी के प्रारूप में वाराणसी विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित किया गया है। पर्यटक आसपास के विभिन्न घाटों से नावों द्वारा टेंट सिटी पहुंचेंगे। टेंट सिटी हर साल अक्टूबर से जून तक जारी रहेगी और बारिश के मौसम में नदी के जल स्तर में वृद्धि के कारण तीन महीने के लिये हटा दी जाएगी।
  • इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल में हल्दिया मल्टी मॉडल टर्मिनल का उद्घाटन किया। जलमार्ग विकास परियोजना के तहत विकसित, हल्दिया मल्टी मॉडल टर्मिनल की कार्गो हैंडलिंग क्षमता लगभग 3 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (एमएमटीपीए) है और बर्थ को लगभग 3000 डेडवेट टन (डीडब्ल्यूटी) तक के जहाजों को सँभालने के लिये डिजाइन किया गया है।
  • प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर ज़िले के सैदपुर, चोचकपुर, जमानिया और बलिया ज़िले के कंसपुर में चार फ्लोटिंग कम्युनिटी जेटी का भी उद्घाटन किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री द्वारा बिहार में पटना ज़िले के दीघा, नकटा दियारा, बाढ़, पानापुर और बिहार के समस्तीपुर ज़िले के हसनपुर में पाँच सामुदायिक घाटों की आधारशिला रखी गई।
  • आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और क्षेत्र में स्थानीय समुदायों की आजीविका में सुधार के लिये उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल राज्यों में गंगा नदी के किनारे 60 से अधिक सामुदायिक घाटों का निर्माण किया जा रहा है। छोटे किसानों, मत्स्य इकाइयों, असंगठित कृषि उत्पादक इकाइयों, बागवानों, फूलों की खेती करने वालों और गंगा नदी के भीतरी इलाकों में आर्थिक गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करने वाले कारीगरों के लिये सरल लॉजिस्टिक समाधान प्रदान करके सामुदायिक जेटी लोगों की आजीविका में सुधार लाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
  • प्रधानमंत्री ने गुवाहाटी में पूर्वोत्तर के लिये समुद्री कौशल विकास केंद्र का भी उद्घाटन किया। यह उत्तर पूर्वी क्षेत्र में समृद्ध प्रतिभा पूल को तराशने में मदद करेगा और तेजी से बढ़ते लॉजिस्टिक उद्योग में रोज़गार के बेहतर अवसर प्रदान करेगा।
  • इनके अलावा प्रधानमंत्री ने गुवाहाटी में पांडु टर्मिनल में एक जहाज मरम्मत सुविधा और एक एलिवेटेड रोड की आधारशिला भी रखी। पांडु टर्मिनल पर शिप रिपेयर सुविधा से कीमती समय की बचत होगी।