विश्व मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप 2025 | 15 Sep 2025
चर्चा में क्यों?
लिवरपूल में आयोजित महिला विश्व मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप 2025 में भारतीय मुक्केबाज़ जैस्मीन लंबोरिया ने पेरिस ओलंपिक की रजत पदक विजेता जूलिया जेरेमेटा को हराकर फेदरवेट (57 किग्रा) का खिताब हासिल किया।
- उनके साथ, मीनाक्षी हुड्डा ने भी 48 किग्रा में स्वर्ण पदक जीता, जो विदेश में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
मुख्य बिंदु
- जैस्मीन लंबोरिया:
- उन्होंने अपने तीसरे विश्व चैंपियनशिप में पोलैंड की जूलिया सेरेमेटा को 4-1 से हराकर अपना पहला पदक जीता है और विश्व खिताब जीतने वाली वह नौवीं भारतीय मुक्केबाज़ बन गईं हैं।
- वह छह बार की विजेता मैरी कॉम (वर्ष 2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018), दो बार की विजेता निखत ज़रीन (2022 और 2023), सरिता देवी (2006), जेनी आरएल (2006), लेखा केसी (2006), नितु घनघास (2023), लवलीना बोर्गोहेन (2023) और स्वीटी बूड़ा (2023) की प्रतिष्ठित सूची में शामिल हो गईं।
- उन्होंने पैरिस ओलंपिक (2024) में पहले दौर से बाहर होने के निराशा को पीछे छोड़ते हुए यह सफलता प्राप्त की।
- इससे पूर्व, उन्होंने एशियाई चैंपियनशिप (2021) में कांस्य पदक, राष्ट्रमंडल खेलों (2022) में पदक और वर्ल्ड कप 2024, अस्ताना में स्वर्ण पदक जीता था।
- मीनाक्षी हुड्डा की जीत:
- मीनाक्षी ने जुलाई, 2025 में हुई अपनी अस्ताना वर्ल्ड कप हार का बदला लेते हुए महिला 48 किग्रा फाइनल (गैर-ओलंपिक श्रेणी) में स्वर्ण पदक जीता।
- उन्होंने कज़ाखस्तान की तीन बार की विश्व चैंपियन और पेरिस ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता नाज़िम काइज़ेबे को हराया।
- उन्होंने इससे पहले वर्ष 2022 में 52 किग्रा में एशियाई रजत पदक जीता था।
- अन्य पदक विजेता:
- नूपुर श्योराण (+80 किग्रा): पोलैंड की अगाता काकज़मरस्का को मात्र 2-3 के अंतर से हारकर रजत पदक जीता।
- पूजा रानी (80 किग्रा): सेमीफाइनल में इंग्लैंड की एमिली एस्क्विथ को हराकर कांस्य पदक जीता ।
- महत्त्व: भारत ने विश्व चैंपियनशिप में अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, जिसमें दो स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक जीतकर महिला मुक्केबाज़ी में अपनी स्थिति को और सुदृढ़ किया।