सस्टेनेबल जस्ट ट्रांजिशन के विजन डॉक्यूमेंट का हुआ विमोचन | 20 Jul 2023

चर्चा में क्यों?

19 जुलाई, 2023 को झारखंड की राजधानी रांची में वन विभाग एवं झारखंड राज्य प्रदूषण नियत्रंण परिषद के संयुक्त तत्त्वावधान में सीड द्वारा आयोजित कार्यक्रम में राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने सस्टेनेबल जस्ट ट्रांजिशन की रूपरेखा से संबंधित विजन डॉक्यूमेंट ‘नव-निर्माण की ओर अग्रसर’पुस्तक का विमोचन किया। 

प्रमुख बिंदु  

  • कार्यक्रम में देश में जलवायु परिवर्तन के बढ़ते संकट को रोकने के लिये विजन 2070 के नेट-जीरो लक्ष्य को प्राप्त करने की बात कही गई है, जिसमें टास्क फोर्स की भूमिका अहम होगी।
  • विदित है कि नवंबर 2022 से ही झारखंड इस दिशा में ‘टास्क फोर्स’ गठन करने वाला देश में पहला राज्य है।
  • मुख्य सचिव ने कहा कि सस्टेनेबल जस्ट ट्रांजिशन टास्क फोर्स राज्य ही नहीं बल्कि भारत के क्लाइमेट चेंज से संबंधित महत्त्वाकांक्षी लक्ष्यों और ग्रीन इकोनॉमी के रास्ते पर चलने के लिहाज से अहम है।  
  • कार्बन-न्यूट्रल और जलवायु अनुकूल अर्थव्यवस्था की दिशा में बेहतर परिणाम के लिये राष्ट्रीय एवं राज्यस्तरीय प्रयासों में कन्वर्जेंस एप्रोच एवं व्यापक विजन बेहद महत्त्वपूर्ण है।  
  • झारखंड में रिन्यूएबल एनर्जी के माध्यम से पावर जेनरेट करने का लक्ष्य है, जिसमें सोलर एनर्जी, हाइड्रोजन एनर्जी आदि महत्त्वपूर्ण स्रोत होंगे। राज्य में कोयला और थर्मल पावर प्लांट तथा इससे संबद्ध स्थानीय अर्थव्यवस्था, लघु-सूक्ष्म उद्योगों और असंगठित क्षेत्र से लाखों लोग जीविका प्राप्त करते हैं।  
  • केंद्रीय कोयला सचिव अमृत लाल मीणा ने कार्यक्रम में ऑनलाईन माध्यम से बताया कि केंद्र सरकार ने विजन 2070 के नेट-जीरो के लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर कदम बढ़ा दिया है। सस्टेनेबल ट्रांजिशन की रणनीतियों को निर्धारित करने के मामले में झारखंड ने अन्य राज्यों के समक्ष अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। विजन डॉक्यूमेंट राज्य सरकार और टास्क फोर्स का एक दूरगामी एवं सराहनीय प्रयास है।  
  • न्यूनतम कार्बन उत्सर्जन के लिये सततशील एनर्जी ट्रांजिशन आवश्यक है। भविष्य में ऊर्जा की ज़रूरतों एवं एनर्जी ट्रांजिशन को गति देने में कोयले की महत्त्वपूर्ण भूमिका बनी रहेगी।  
  • केंद्रीय कोयला सचिव ने कहा कि यह विजन डॉक्यूमेंट देश में कार्बन उत्सर्जन-मुत्त अर्थव्यवस्था और सतत् विकास के लक्ष्यों से निर्देशित है, जिसे अंतर्विभागीय बैठकों, नेशनल एवं स्टेट कंसल्टेशन एवं सभी स्टेकहोल्डर्स की सहभागिता से तैयार किया गया है।  
  • यह विजन डॉक्यूमेंट एक समावेशी एवं सहभागी प्रक्रिया के तहत प्रसिद्ध रिसर्च पार्टनर्स एवं देश-दुनिया के बेस्ट-प्रैक्टिसेज के अध्ययन एवं विश्लेषण से तैयार किया गया है। 
  • प्राथमिकता के रूप में ट्रांजिशन रोडमैप विकसित करने के लिये आठ क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिनमें लाइवलीहुड ट्रांजिशन, एनर्जी ट्रांजिशन, डीकार्बोनाइजेशन पाथवे, कोयला ट्रांजिशन, सस्टेनेबल मोबिलिटी ट्रांजिशन, ग्रीन हाइड्रोजन, निवेश एवं वित्त और संस्थागत परिवर्तन प्रमुख हैं।  
  • यह विजन राज्य में पर्यावरण, सामाजिक और आर्थिक आकांक्षाओं को क्लाइमेट एवं नेट-जीरो के लक्ष्यों के अनुरूप हासिल करने पर बल देता है।
  • सस्टेनेबल ट्रांजिशन की प्रक्रिया में कन्वर्जेंस एप्रोच की आवश्यकता पर जोर देते हुए सीड के सीईओ रमापति कुमार ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक एवं दूरदर्शी कदम है, क्योंकि देश में पहली बार किसी राज्य ने सस्टेनेबल ट्रांजिशन पर विजन डॉक्यूमेंट प्रस्तुत किया है। यह राज्य में क्लाइमेट गवर्नेंस की व्यापक रूपरेखा प्रस्तुत करता है।
  • राज्य सरकार की यह पहल जलवायु समाधानों के राष्ट्रीय और वैश्विक प्रयासों को मज़बूती प्रदान करेगी। क्लाइमेट रेसिलियंट एवं फ्यूचर-रेडी इकोनॉमी के लिये इंटर-डिपार्टमेंटल कन्वर्जेंस आवश्यक है।