विनोद कुमार शुक्ला का निधन | 25 Dec 2025
चर्चा में क्यों?
ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रख्यात हिंदी लेखक विनोद कुमार शुक्ला का छत्तीसगढ़ के रायपुर में 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
मुख्य बिंदु
- विनोद कुमार शुक्ला के बारे में:
- वे एक प्रसिद्ध हिंदी लेखक, कवि, उपन्यासकार और लघु कथाकार थे।
- उनका निधन 23 दिसंबर, 2025 को अखिल भारतीय आयुर्वेद विज्ञान संस्थान (AIIMS), रायपुर में हुआ।
- ज्ञानपीठ पुरस्कार:
- उन्हें वर्ष 2025 में भारत के सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान, 59वें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
- उपलब्धि: छत्तीसगढ़ का पहला ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता।
- जन्म: उनका जन्म 1 जनवरी, 1937 को राजनांदगाँव, छत्तीसगढ़ में हुआ था।
- भाषा: हिंदी
- प्रमुख कृतियाँ: नौकर की कमीज़, दीवार में एक खिड़की रहती थी।
- पुरस्कार: उनके उपन्यास दीवार में एक खिड़की रहती थी के लिये वर्ष 1999 में उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया गया।
ज्ञानपीठ पुरस्कार:
- वर्ष 1961 में स्थापित और वर्ष 1965 में पहली बार प्रदान किया जाने वाला ज्ञानपीठ पुरस्कार भारत का सबसे पुराना तथा सर्वोच्च साहित्यिक सम्मान है।
- भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा प्रतिवर्ष प्रदान किया जाने वाला यह पुरस्कार अंग्रेज़ी और विभिन्न भारतीय भाषाओं में भारतीय साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिये दिया जाता है तथा यह पुरस्कार केवल भारतीय नागरिकों को दिया जाता है, न कि मरणोपरांत।
- ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्तकर्त्ताओं को 11 लाख रुपए की नकद राशि, वाग्देवी/सरस्वती की एक प्रतिमा और उनकी साहित्यिक उत्कृष्टता के सम्मान में एक प्रशस्ति-पत्र दिया जाता है।