उमरिया डुंगरिया औद्योगिक क्षेत्र के लिये बना अति उच्च दाब सब-स्टेशन बरगी हुआ ऊर्जीकृत | 18 Jan 2022

चर्चा में क्यों?

17 जनवरी, 2022 को मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया कि जबलपुर क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने हेतु मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने बरगी क्षेत्र के चंदेरी ग्राम में 132 के.वी. के नए अति उच्च दाब सब-स्टेशन को ऊर्जीकृत कर दिया है। 

प्रमुख बिंदु

  • इस सब-स्टेशन के प्रारंभ हो जाने से जबलपुर के उमरिया डुंगरिया औद्योगिक क्षेत्र को काफी फायदा मिलेगा। साथ ही उमरिया डुंगरिया में फेस-एक, फेस-दो और फेस-तीन के प्रस्तावित उद्योगों के लिये विद्युत की सहज उपलब्धता रहेगी।
  • अब उमरिया डुंगरिया के साथ ही मानेगाँव क्षेत्र के क्रेशर, बरगी और चरगंवा क्षेत्र के घरेलू एवं कृषि उपभोक्ताओं को उचित वोल्टेज में गुणवत्तापूर्ण बिजली मिलेगी।
  • पहले इस औद्योगिक क्षेत्र सहित बरगी एवं चरगंवा क्षेत्र में मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के 2 फीडर से विद्युत आपूर्ति की जाती थी। अब बरगी सब-स्टेशन के प्रारंभ हो जाने से 6 फीडर से बिजली मिलेगी।
  • कंपनी के उमरिया डुंगरिया क्षेत्र में अब दो अति उच्च दाब सब-स्टेशनों से विद्युत सप्लाई का दोहरा विकल्प उपलब्ध रहेगा- एक 220 के.वी. जबलपुर से तथा दूसरा सीधे बरगी पावर हाउस से।
  • बरगी (चंदेरी) में सब-स्टेशन बनने से 33 के.वी. लाइनों की लंबाई भी कम होगी। जो पहले 40 कि.मी. थी, वो अब घटकर 12 कि.मी. की हो गई है। इससे उपभोक्ताओं को कम वोल्टेज पर सप्लाई की समस्याओं से छुटकारा तो मिलेगा ही, साथ ही घने जंगल और नर्मदा क्रॉसिंग के कारण विद्युत सुधार कार्य में आसानी होगी।
  • उमरिया डुंगरिया में 33 के.वी. के 2, 11 के.वी. के 6 तथा निम्न दाब के 60 उपभोक्ताओं के औद्योगिक कनेक्शन हैं। इन्हें प्रत्यक्ष रूप से फायदा तो मिलेगा ही, इसके अलावा तकरीबन 147 गाँवों के करीब 25 हज़ार 650 उपभोक्ता भी लाभान्वित होंगे।
  • 132 के.वी. बरगी (चंदेरी) के ऊर्जीकृत होने से जबलपुर ज़िले की पारेषण क्षमता में वृद्धि हुई है। जबलपुर ज़िले में अब 220 के.वी. के 4 तथा 132 के.वी. के 9 सब-स्टेशन हो गए हैं।
  • मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी का यह प्रदेश में 404वाँ अति उच्च दाब केंद्र है। प्रदेश में इस समय ट्रांसमिशन कंपनी के 400 के.वी. के 14 सब-स्टेशन, 220 के.वी. के 84 सब-स्टेशन तथा 132 के.वी. के 306 सब-स्टेशन क्रियाशील हैं।