आतिथ्य क्षेत्र में उत्तर प्रदेश सरकार का निवेश | 17 Apr 2024

चर्चा में क्यों?

अधिकारियों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश सरकार आतिथ्य और पर्यटन क्षेत्र में 32,000 करोड़ रुपए का निवेश कर सकती है।

  • वर्ष 2028 तक राज्य की वार्षिक पर्यटक संख्या 850 मिलियन तक पहुँचने का अनुमान है।

मुख्य बिंदु:

  • कमरे की उपलब्धता में कमी को पूरा करने के लिये निवेश से होटल और रिज़ॉर्ट्स के माध्यम से अतिरिक्त 80,000 आवास इकाइयाँ तैयार होने की संभावना है।
  • राज्य वाराणसी, अयोध्या, प्रयागराज और आगरा जैसे पर्यटन हॉटस्पॉट में आतिथ्य इकाइयों को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
  • किलों और महलों सहित विरासत संपत्तियों को विकास के लिये निजी क्षेत्र को पेश किया जा रहा है।
  • पर्यटन नीति-2022 के तहत राज्य द्वारा विशिष्ट ग्रामीण इलाकों में फार्म स्टे स्थापित करने के लिये सब्सिडी भी प्रदान किया जा रहा है।
    • गृहस्वामियों को होमस्टे के लिये अपनी संपत्तियों को सूचीबद्ध करने हेतु प्रोत्साहित किया जाता है, जबकि विरासत संपत्तियों के मालिकों को समझदार पर्यटकों के लिये अपने परिसर को विरासत होटल के रूप में परिवर्तित करने को आमंत्रित किया जा रहा है।
  • राज्य का लक्ष्य वेलनेस सेंटर जैसे मल्टी-एक्सपीरियंस सर्किट विकसित करना और सारनाथ व कौशांबी जैसे बौद्ध स्थलों की कनेक्टिविटी में सुधार करना है।
  • यह साहसिक पर्यटन, बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन एवं प्रदर्शनियाँ,  MICE (Meetings, Incentives, Conferences, and Exhibitions), कल्याण और इको-टूरिज़्म विकसित करके पर्यटन अनुभवों में विविधता लाने तथा समकालीन पर्यटन उत्पाद बनाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है।