उत्तर प्रदेश ने मनाया विश्व पर्यटन दिवस | 29 Sep 2025
चर्चा में क्यों?
उत्तर प्रदेश ने विश्व पर्यटन दिवस 2025 को राज्यव्यापी उत्सवों के साथ मनाया, जिसमें सतत् परिवर्तन, सामुदायिक सहभागिता और समावेशी पर्यटन पहलों पर विशेष बल दिया गया।
- राज्य ने शहरों और गाँवों में कार्यक्रमों का आयोजन किया, जिनमें सामुदायिक भागीदारी और पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं पर ज़ोर दिया गया।
प्रमुख बिंदु
- परिचय: विश्व पर्यटन दिवस पहली बार वर्ष 1980 में संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) द्वारा मनाया गया था। इसका उद्देश्य पर्यटन के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक महत्त्व के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
- यह दिवस वर्ष 1975 में UNWTO के अधिनियमों को अपनाने को चिह्नित करता है, जिससे पाँच वर्ष बाद इसका आधिकारिक गठन हुआ।
- UNWTO पर्यटन को आर्थिक वृद्धि, समावेशी विकास और पर्यावरणीय स्थिरता के साधन के रूप में बढ़ावा देता है, साथ ही विश्व स्तर पर ज्ञान और नीतियों को आगे बढ़ाने में इस क्षेत्र का समर्थन करता है।
- UNWTO में 160 सदस्य राष्ट्र (भारत सहित), 6 सहयोगी सदस्य, 2 पर्यवेक्षक और 500 से अधिक संबद्ध सदस्य शामिल हैं।
- इसका मुख्यालय मैड्रिड, स्पेन में स्थित है।
- थीम: इस वर्ष की थीम “पर्यटन और सतत् परिवर्तन” है, जो सकारात्मक परिवर्तन को बढ़ावा देने में पर्यटन की क्षमता पर बल देती है।
- मलेशिया ने मेलाका शहर में विश्व पर्यटन दिवस और विश्व पर्यटन सम्मेलन (WTC) 2025 की मेज़बानी की।
उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति 2022
- परिचय: पर्यटन नीति का मुख्य उद्देश्य सतत् विकास सुनिश्चित करना, आगंतुक संतुष्टि बढ़ाना, आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहित करना, सांस्कृतिक और प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा करना तथा समुदाय की समावेशिता और भागीदारी को बढ़ावा देना है।
- वित्तीय प्रोत्साहन: यह नीति उदार सब्सिडी और वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जिसमें शामिल हैं:
- पूंजी निवेश पर 10–25% तक की सब्सिडी (निवेश आकार के आधार पर 2–40 करोड़ रुपए तक सीमित)।
- 5 वर्ष तक 5 करोड़ रुपए तक के बैंक ऋण पर 5% ब्याज सब्सिडी।
- स्टाम्प शुल्क, भूमि रूपांतरण शुल्क और रोज़गार से जुड़े EPF प्रतिपूर्ति पर 100% छूट।
- अतिरिक्त प्रोत्साहन टियर 2+ स्थानों, महिला उद्यमियों, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/पिछड़े वर्गों को लक्षित करते हैं और पर्यटन स्थलों पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
- फोकस: इस नीति के तहत निम्नलिखित के विकास को बढ़ावा दिया जाता है:
- वन्यजीव अभयारण्य, कैम्पिंग स्थल, ट्रैकिंग और नेचर वॉक जैसे इको-टूरिज्म सर्किट।
- PPP मॉडल के माध्यम से हेरिटेज, MICE {बैठकें (Meetings), प्रोत्साहन (Incentives), सम्मेलन (Conferences) और प्रदर्शनियाँ (Exhibitions)}, वेलनेस और मनोरंजन पार्क।
- थीम आधारित सर्किट - रामायण, कृष्ण, बौद्ध, महाभारत और शक्ति पीठ - के साथ एकीकरण।
- निवेश सुविधा और वैश्विक संवर्द्धन: उत्तर प्रदेश का लक्ष्य निम्नलिखित के माध्यम से प्रतिवर्ष 5,000 करोड़ रुपए आकर्षित करना है:
- बाजार अनुसंधान, अनुमोदन और निवेश सहायता के लिए एक पर्यटन निवेशक सुविधा सेल की स्थापना।
- रोड शो, अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन कार्यक्रमों और सहयोगी ब्रांडिंग में भागीदारी—उत्तर प्रदेश को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करना।