केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ के सात अस्पतालों को प्रदान किया एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन | 15 May 2023

चर्चा में क्यों? 

12 मई, 2023 को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ के दूरस्थ वनांचल में स्थित सुकमा ज़िला अस्पताल को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाओं के लिये राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS – National Quality Assurance Standard) प्रमाण पत्र तथा बेहतर प्रसूति सुविधाओं के लिये लक्ष्य (LaQshya) प्रमाण पत्र से नवाज़ा है। 

प्रमुख बिंदु  

  • केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य के 7 शासकीय अस्पतालों को एनक्यूएएस प्रमाणपत्र प्रदान किया है। इनमें 3 ज़िला चिकित्सालय, 2 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 1 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा 1 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शामिल है।  
  • गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम द्वारा इस वर्ष जनवरी से अप्रैल माह के बीच इन अस्पतालों का निरीक्षण कर मरीजों के लिये उपलब्ध सेवाओं की गुणवत्ता का परीक्षण किया गया था। टीम ने इस संबंध में मरीजों से भी फीडबैक लिया था।  
  • केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ‘मुस्कान’कार्यक्रम के अंतर्गत कवर्धा ज़िला चिकित्सालय और ‘एनक्यूएएस’कार्यक्रम के तहत दुर्ग ज़िला चिकित्सालय को भी राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र जारी किया है।  
  • मुंगेली ज़िले के खपरीकला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और गरियाबंद के खड़मा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ बिलासपुर के राजकिशोर नगर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को भी यह प्रमाणपत्र जारी किया गया है। 
  • बस्तर अंचल में ही स्थित देश के पहले हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बीजापुर ज़िले के जांगला को भी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के लिये राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाणपत्र प्रदान किया गया है। पाँच साल पहले इस हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का शुभारंभ किया गया था। 
  • उल्लेखनीय है कि सुकमा और बीजापुर जैसे दूरस्थ अंचलों में स्थित शासकीय अस्पतालों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाणपत्र एवं लक्ष्य प्रमाणपत्र मिलना इस बात का संकेत है कि राज्य में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएँ सभी क्षेत्रों तक पहुँच रही हैं। 
  • सुकमा ज़िला चिकित्सालय को ‘एनक्यूएएस’कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम के मूल्यांकन में 93 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं, वहीं ‘लक्ष्य’कार्यक्रम के तहत लेबर रूम के मूल्यांकन में 93 प्रतिशत और मैटरनिटी ओटी के मूल्यांकन में 87 प्रतिशत अंक मिले हैं।  
  • जांगला हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को 80 प्रतिशत, खपरीकला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को 81 प्रतिशत, खड़मा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को 84 प्रतिशत और राजकिशोर नगर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को 85 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं।  
  • स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम के मूल्यांकन में दुर्ग ज़िला अस्पताल ने 88 प्रतिशत और कवर्धा ज़िला अस्पताल ने 93 प्रतिशत अंक हासिल किये हैं। 
  • ज्ञातव्य है कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र प्रदान करने के पूर्व भारत सरकार के विशेषज्ञों की टीम द्वारा अस्पताल की सेवाओं और संतुष्टि स्तर का विभिन्न मानकों पर परीक्षण किया जाता है।  
  • इनमें उपलब्ध सेवाएँ, मरीजों के अधिकार, इनपुट, सपोर्ट सर्विसेस, क्लिनिकल सर्विसेस, इन्फेक्शन कंट्रोल, गुणवत्ता प्रबंधन और आउटकम जैसे पैरामीटर शामिल हैं। इन कड़े मानकों पर खरा उतरने वाले अस्पतालों को ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुणवत्ता प्रमाण-पत्र जारी किये जाते हैं।