झारखंड के साहिबगंज समेत 9 ज़िलों के किसानों को प्राकृतिक खेती की मिलेगी ट्रेनिंग | 05 Dec 2022

चर्चा में क्यों?

3 दिसंबर, 2022 को मध्य प्रदेश के राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर में प्राकृतिक खेती के लिये आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में कृषि विज्ञान केंद्र के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. अमृत कुमार झा ने बताया कि झारखंड के साहिबगंज समेत नौ ज़िलों में जल्द ही किसानों को प्राकृतिक खेती की ट्रेनिंग दी जाएगी।

प्रमुख बिंदु

  • गौरतलब है कि देशभर के 425 जिलों में प्राकृतिक खेती करने के लिये कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसमें झारखंड के साहिबगंज समेत नौ जिलों का भी चयन किया गया है।
  • इसके तहत किसानों को प्राकृतिक खेती के तरीके बताए जाएंगे। किसानों को रासायनिक खाद का इस्तेमाल करना छोड़ प्राकृतिक खेती करने के लिये बढ़ावा को लेकर जागरूक किया जाएगा।
  • प्राकृतिक खेती करने के लिये किसानों को प्रशिक्षण देकर जागरूक किया जाएगा, ताकि मिटेी की उर्वरा शत्ति बनी रहे। रासायनिक खाद का उपयोग खेतों में नहीं करने, खेतों में ज्यादा से ज्यादा गोबर, खाद और गौ मूत्र का उपयोग करके किसान प्राकृतिक खेती करें, ताकि खेतों में केंचुआ की संख्या में वृद्धि हो सके। रासायनिक खाद के उपयोग से खेत में केंचुए की संख्या में कमी आ रही है, जिससे खेतों की उर्वरा शत्ति में कमी आ रही है।