नीलांचल इस्पात निगम का अधिग्रहण करेगी टाटा स्टील | 02 Feb 2022

चर्चा में क्यों?

हाल ही में केंद्र सरकार ने ओडिशा स्थित सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी नीलांचल इस्पात निगम लिमिटेड (एनआईएनएल) को 12,100 करोड़ रुपए में टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स लिमिटेड (टीएसपीएल) को बेचने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।

प्रमुख बिंदु 

  • आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति द्वारा अधिकृत केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की अध्यक्षता वाली समिति, जिसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी शामिल थे, ने 12,100 करोड़ रुपए की बोली लगाने के बाद टीएसपीएल को नीलांचल इस्पात का मालिकाना हक सौंपने की मंजूरी दी। 
  • नीलांचल इस्पात निगम लिमिटेड के लिये तीन कंपनियों ने बोली लगाई थी जिसमें टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स के अलावा जिंदल स्टील पावर लिमिटेड, नलवा स्टील पावर लिमिटेड और जेएसडब्ल्यू स्कील शामिल थी। लेकिन सबसे ज्यादा बोली लगाने के चलते यह कंपनी टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स को सौंपी गई।
  • एनआईएनएल सार्वजनिक क्षेत्र की चार कंपनियों एमएमटीसी (MMTC) लिमिटेड, राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (NMDC), भेल (BHEL) और मेकॉन (MECON) लिमिटेड समेत ओडिशा सरकार की दो कंपनियों OMC और IPICOL का संयुत्त उपक्रम है। नीलांचल इस्पात लिमिटेड में इन सभी कंपनियों की  93.71 फीसदी हिस्सेदारी है। 
  • नीलांचल इस्पात का इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट ओडिशा के कलिंगनगर में स्थित है जिसकी सालाना उत्पादन क्षमता 11 लाख टन है। कंपनी भारी घाटे में चल रही है और 30 मार्च, 2020 से बंद है। 
  • एनआईएनएल पर पिछले साल 31 मार्च को 6,600 करोड़ से अधिक का कर्ज था। इसमें प्रमोटरों 4,116 करोड़ रुपए, बैंकों का 1,741 करोड़ तथा अन्य लेनदारों और कर्मचारियों का बकाया शामिल है। 31 मार्च, 2021 तक कंपनी की निवल संपत्ति (negative networth) 3,487 करोड़ और संचित घाटा (accumulated losses) लगभग 4,228 करोड़ रुपए है।
  • उल्लेखनीय है कि मौजूदा केंद्रीय सरकार में एनआईएनएल का प्राइवेटाइजेशन दूसरा सफल प्राइवेटाइजेशन है। इस लिस्ट में पहली कंपनी एयर इंडिया है जिसे हाल में टाटा ग्रुप ने खरीदा है। टाटा ने एयर इंडिया की खरीद के लिये 18,000 करोड़ रुपए की बोली लगाई और अपने नाम किया।