सेवा-सह-कला प्रदर्शनी | 13 Nov 2021

चर्चा में क्यों?

12 नवंबर, 2021 को झारखंड उच्च न्यायालय और झारखंड राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण (झालसा) ने अखिल भारतीय कानूनी जागरूकता और आउटरीच अभियान के तहत उच्च न्यायालय के व्हाइट हॉल में एकदिवसीय राज्यस्तरीय कानूनी सेवा और कला प्रदर्शनी का आयोजन किया।

प्रमुख बिंदु 

  • प्रदर्शनी का उद्घाटन झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश और झारखंड उच्च न्यायालय कानूनी सेवा समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद ने किया। 
  • राज्य विधिक सेवा एवं प्रदर्शनी का आयोजन झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के मुख्य संरक्षक न्यायमूर्ति डॉ. रवि रंजन तथा झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एवं झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष न्यायमूर्ति अपरेश कुमार सिंह के निर्देश और मार्गदर्शन में किया गया।
  • न्यायमूर्ति सुजीत नारायण प्रसाद ने कहा कि राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण का मुख्य फोकस समाज के हाशिये पर रहने वाले वर्ग के बीच कानूनी जागरूकता पैदा करना और अधिवक्ताओं के पैनल के माध्यम से कानूनी सहायता प्रदान करके समाज के इन वर्गों की सहायता करना है।
  • गौरतलब है कि कोविड महामारी के दौरान झालसा ने राज्य की राजधानी और ज़िलों में अन्य इकाइयों में एक केंद्रीय ‘वॉर रूम’ भी स्थापित किया था, जो संकट में फंसे लोगों की मदद करता था, मुख्य रूप से जिन्हें कोविड से संबंधित सहायता की आवश्यकता होती थी।
  • झालसा के सदस्य सचिव मोहम्मद शाकिर ने कहा कि प्रदर्शनी में चित्रमय प्रतिनिधित्व वाले राष्ट्रीय कानूनी सहायता के विभिन्न हेल्पलाइन नंबर भी प्रदर्शित किये गए। इसके साथ ही बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल, राँची, कम्युनिकेशन होम, राँची, यूनिसेफ, राँची, एल्डर हेल्प लाइन, चाइल्डलाइन, राँची आदि द्वारा भी स्टॉल लगाए गए।
  • इस प्रदर्शनी में विभिन्न स्टालों के माध्यम से विधिक सेवा क्षेत्र में किये गए कार्यों की जानकारी लोगों को दी गई, साथ ही कानून की जानकारी के लिये तैयार सामग्री का वितरण भी किया गया।