केदारनाथ में 400 करोड़ रुपए की योजनाओं का लोकार्पण | 06 Nov 2021

चर्चा में क्यों?

  • 5 नवंबर, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ धाम में बाबा केदारनाथ की पूजा-अर्चना एवं जलाभिषेक किया। इस दौरान उन्होंने लगभग 400 करोड़ रुपए की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।

प्रमुख बिंदु

  • प्रधानमंत्री ने आदि गुरु श्री शंकराचार्य जी के पुनर्निर्मित समाधि स्थल और नई प्रतिमा का अनावरण के साथ तीर्थ पुरोहितों के आवास, सरस्वती नदी के तट पर बाढ़ सुरक्षा तथा घाटों का निर्माण, मंदाकिनी नदी तट पर बाढ़ सुरक्षा हेतु भारवाहक दीवार, गरुड़ चट्टी के लिये मंदाकिनी नदी पर पुल के निर्माणकार्यों का लोकार्पण किया।
  • प्रधानमंत्री द्वारा जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया, उनमें श्री केदारनाथ धाम में संगम घाट का पुनर्विकास एवं रेन शेल्टर शेड, प्राथमिक चिकित्सा तथा पर्यटक सुविधा केंद्र, मंदाकिनी वाटर एटीएम एवं मंदाकिनी प्लाज़ा, प्रशासनिक कार्यालय तथा अस्पताल भवन, केदारनाथ तीर्थस्थल में संग्रहालय (म्यूजियम) परिसर, सरस्वती सिविक एमेनिटी भवन आदि का निर्माण कार्य शामिल हैं।
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि चारधाम सड़क परियोजना पर तेज़ी से काम हो रहा है, चारों धाम सुरक्षित हाईवे से जुड़ रहे हैं। भविष्य में यहाँ केदारनाथ तक श्रद्धालु केबल कार के ज़रिये आ सकें, इससे जुड़ी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। पवित्र हेमकुंड साहिब जी के दर्शन आसान हों, इसके लिये वहाँ भी रोपवे बनाने की तैयारी है।
  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केदारपुरी में जहाँ प्रथम चरण के 225 करोड़ रुपए के कार्य पूर्ण हो चुके हैं, वहीं 184 करोड़ रुपए के कार्य द्वितीय चरण में गतिमान हैं। इसके साथ ही बद्रीनाथ धाम के मास्टर प्लान के लिये जहाँ 245 करोड़ रुपए से अधिक स्वीकृत हो चुके हैं, वहीं गंगोत्री व यमनोत्री के लिये भी करोड़ों रुपए के कार्य स्वीकृत हैं।
  • उन्होंने कहा कि पिछले पाँच वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा करीब एक लाख करोड़ रुपए से अधिक की विभिन्न परियोजनाएँ प्रदेश के लिये स्वीकृत हुई हैं, जिनमें से बहुत सी योजनाएँ पूर्ण हो चुकी हैं और अन्य पर कार्य चल रहा है।
  • ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना तथा सामरिक एवं भौगोलिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण टनकपुर-बागेश्वर रेल परियोजना पर तेज़ी से काम हो रहा है। इसी प्रकार चार धाम ऑल वेदर रोड, भारत माला प्रोजेक्ट पर भी तीव्र गति से काम किया जा रहा है।