संपूर्णता अभियान | 21 Aug 2025
चर्चा में क्यों?
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्य प्रदेश के आकांक्षी ज़िलों पर इसके परिवर्तनकारी प्रभाव के लिये 'संपूर्णता अभियान' की सराहना की है।
- इस अभियान ने पिछड़े ज़िलों में विकास को गति दी है, मातृ स्वास्थ्य, बाल टीकाकरण, मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण, स्कूलों में बिजली और पाठ्य पुस्तकों की उपलब्धता में सुधार किया है, साथ ही शासन तथा प्रशासनिक दक्षता में वृद्धि की है एवं ज़िलों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा को बढ़ावा दिया है।
मुख्य बिंदु
- संपूर्णता अभियान के बारे में:
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यह नीति आयोग द्वारा एक राष्ट्रव्यापी अभियान के रूप में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य भारत में 500 आकांक्षी ब्लॉकों और 112 आकांक्षी ज़िलों में 12 प्रमुख सामाजिक क्षेत्र संकेतकों की 100% संतृप्ति प्राप्त करना था।
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4 जुलाई से 30 सितंबर 2024 तक चलने वाले इस अभियान में स्वास्थ्य, पोषण, कृषि, सामाजिक विकास और शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया।
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- प्रमुख लक्षित क्षेत्र:
- अभियान का मुख्य उद्देश्य महत्त्वपूर्ण सामाजिक क्षेत्र संकेतकों की पूर्ण संतृप्ति सुनिश्चित करना है, जिनमें शामिल हैं:
- मातृ स्वास्थ्य: प्रसव पूर्व देखभाल (ANC) के लिये गर्भवती महिलाओं का समय पर पंजीकरण।
- बाल टीकाकरण: 9-11 महीने की आयु के बच्चों के लिये पूर्ण टीकाकरण सुनिश्चित करना।
- मृदा स्वास्थ्य: मृदा स्वास्थ्य कार्डों का वितरण और सतत् कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देना।
- बुनियादी ढाँचा: माध्यमिक विद्यालयों को बिजली उपलब्ध कराना और पाठ्य पुस्तकों का समय पर वितरण सुनिश्चित करना।
- आकांक्षी ज़िला कार्यक्रम (ADP) और आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम (ABP)
कार्यक्रम |
आकांक्षी ज़िला कार्यक्रम (ADP) |
आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम (ABP) |
शुरुआत |
2018 |
2023 |
उद्देश्य |
देश के 112 ज़िलों में त्वरित एवं प्रभावी रूप से परिवर्तन लाना। |
देश के 500 ब्लॉकों (329 ज़िलों) में आवश्यक सरकारी सेवाओं की संतृप्ति के लिये। |
विषय-वस्तु |
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संकेतकों की संख्या |
81 |
40 |