समर्थ पोर्टल | 23 Jul 2025

चर्चा में क्यों?

उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में शैक्षणिक सत्र 2025-26 तक 'समर्थ' पोर्टल को पूर्ण रूप से लागू करने जा रही है।

मुख्य बिंदु

  • समर्थ पोर्टल की विशेषताएँ: 
    • समर्थ प्लेटफॉर्म को उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने के लिये विकसित किया गया है।
    • सभी प्रशासनिक कार्य अब इस डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से संचालित होंगे, जिससे प्रशासनिक भार में कमी आएगी और कार्यप्रवाह अधिक कुशल बनेगा।
    • राज्य के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रस्तुत रोडमैप के अनुसार, वर्ष 2025 के अंत तक सभी निजी ERP सिस्टम को चरणबद्ध रूप से हटाकर केवल समर्थ प्रणाली को ही लागू किया जाएगा।
    • यह नई प्रणाली शिक्षकों की पदोन्नति प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सुगम बनाएगी।
    • कैरियर उन्नयन योजना के तहत शिक्षक सरलता से पदोन्नति के लिये आवेदन कर सकेंगे और चयन प्रक्रिया सभी के लिये दृश्यमान होगी। 
  • वर्तमान स्थिति:
    • उत्तर प्रदेश के सभी सरकारी विश्वविद्यालय और संबद्ध कॉलेज पहले ही समर्थ पोर्टल पर पंजीकृत हो चुके हैं।
    • कई संस्थान अब इस पोर्टल का उपयोग वेतन प्रक्रिया, व्यय प्रबंधन, अवकाश ट्रैकिंग, प्रवेश और परीक्षाओं जैसे कार्यों के लिये कर रहे हैं।
    • ऑनलाइन छात्र पंजीकरण भी प्रगति पर है, जिससे प्रवेश प्रक्रिया सरल हो रही है।
  • केंद्रीकृत प्रवेश प्रणाली:
    • पारदर्शिता को और बढ़ाने के लिये राज्य सरकार ने जुलाई 2025 से एक एकीकृत प्रवेश प्रणाली शुरू की है।
    • अब सभी छात्र प्रवेश एक एकल पोर्टल के माध्यम से किये जाएंगे, जिससे एकरूपता और पारदर्शिता सुनिश्चित होगी।
    • इस एकीकृत प्रणाली का पायलट चरण पहले ही सफलतापूर्वक पूर्ण हो चुका है।
  • भविष्य में विकास:
    • समर्थ पोर्टल के अतिरिक्त, उत्तर प्रदेश सरकार एक अलग ऑनलाइन पोर्टल विकसित कर रही है, जो सेमिनार, अनुसंधान परियोजनाओं, अकादमिक पुरस्कारों और अनुसंधान अनुदानों का प्रबंधन करेगा।
    • इससे शिक्षाविदों और शोधकर्त्ताओं के लिये अधिक पारदर्शी तथा सरल प्रक्रिया उपलब्ध होगी।