ग्रामीण उत्तराखंड उद्यमिता समिट-2023 - ‘गुल्लक’ | 14 Jan 2023

चर्चा में क्यों?

हाल ही में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में उत्तराखंड उद्यमिता समिट-2023 ‘गुल्लक’का शुभारंभ किया, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के व्यवसायियों को विभिन्न क्षेत्रों में सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी मिल सकेगी।

प्रमुख बिंदु 

  • मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि ग्रामीण उद्यमियों हेतु आयोजित ‘गुल्लक’ नामक यह कार्यक्रम, देशभर में अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है, जिसमें निवेशक ग्रामीण उद्यमियों के साथ सीधे संवाद कर उनके उद्यमों में निवेश कर सकेंगे।
  • उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता विकास को गति प्रदान करने के लिये राज्य सरकार द्वारा विगत वर्ष ‘रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर्स’की स्थापना जनपद अल्मोड़ा के हवालबाग में और जनपद पौड़ी के कोटद्वार में की गई। वर्तमान में इन ‘रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर्स’ के माध्यम से ग्रामीण उद्यमियों को विभिन्न प्रकार की सेवाएँ प्रदान की जा रही हैं।
  • इनक्यूबेटर्स के अच्छे परिणामों को देखते हुए इस योजना को हब एवं स्पॉक मॉडल के अंर्तगत राज्य के अन्य 11 जनपदों में क्रियाशील किये जाने हेतु ‘रूरल बिजनेस इन्क्यूबेटर’ के स्पॉक स्थापित किये जाएंगे। इन इनक्यूबेटर्स के माध्यम से उद्यमियों को नए अवसर प्राप्त हो सकेंगे।
  • मुख्यमंत्री ने बताया कि ग्रामीण उद्यमिता के विकास से राज्य के युवा स्वरोज़गार से जुड़ेंगे तथा नौकरी पाने के बजाय नौकरी देने वाले बनेंगे। ग्रामीण उद्यमियों के उत्पादों के विपणन की बेहतर व्यवस्था पर ध्यान दिया जाएगा।
  • उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में पलायन की समस्या से निजात पाने के लिये विशेष रूप से कार्य कर रही है। राज्य के नागरिकों को अपने स्थान पर रहकर ही स्वरोज़गार के अवसर उपलब्ध कराने हेतु सरकार द्वारा राज्य के सुदूर क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार की केंद्र पोषित, राज्य पोषित और वाह्य सहायतित स्वरोज़गार-परक योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले व्यवसाय में महिलाओं की सहभागिता अधिक रहती है, इसको ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार स्वरोजगार के क्षेत्र में महिलाओं के सशक्तीकरण के लिये विशेष रूप से प्रयास कर रही है तथा 25 लाख बहनों को लखपति दीदी बनाने की योजना बनाई है, उन्हें भी उद्यमिता से जोड़ने के प्रयास किये जा रहे हैं।
  • मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि भारत सरकार के निर्देशन में आगामी एक माह तक ‘मिशन अंत्योदय सर्वे’ मोबाइल ऐप के माध्यम से किया जाना सुनिश्चित हुआ है। इस सर्वे में सामुदायिक काडर की महिलाओं द्वारा आर्थिक विकास, गाँवों की आधारभूत संरचना, सेवाओं और सामाजिक न्याय से संबंधित विषयों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।