जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने इंडियन ऑयल (आर एंड डी) के साथ किया समझौता | 04 Oct 2021

चर्चा में क्यों?

2 अक्टूबर, 2021 को हरियाणा में वैज्ञानिक एवं प्रौद्योगिकी अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में अहम कदम उठाते हुए जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने इंडियन ऑयल (आर एंड डी) के साथ एक समझौता पर हस्ताक्षर किये हैं।

प्रमुख बिंदु

  • इंडियन ऑयल (आर एंड डी) के सहयोग से विश्वविद्यालय युवा शोधकर्त्ताओं को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के उभरते क्षेत्रों में अनुसंधान के लिये प्रोत्साहित करने हेतु रिसर्च फेलोशिप स्कीम शुरू करेगा।
  • इस बारे में जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि समझौता ज्ञापन के अंतर्गत इंडियन ऑयल (आर एंड डी) ने 2.5 करोड़ रुपए का बजटीय प्रावधान किया है। इंडियन ऑयल-सीएसआईआर-जे.सी. बोस यूनिवर्सिटी रिसर्च फेलोशिप स्कीम में पीएचडी स्कॉलर्स को पाँच साल की अवधि के लिये रिसर्च फेलोशिप प्रदान करेगी।
  • यह समझौता देश में अनुसंधान और नवाचार की संस्कृति को पोषित करने की इंडियन ऑयल (आर एंड डी) की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इससे पहले समझौते पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार गर्ग और इंडियन ऑयल (आर एंड डी) के कार्यकारी निदेशक (रासायनिक प्रौद्योगिकी) डॉ. जी.एस. कपूर ने हस्ताक्षर किये।