भूमि संरक्षण के लिये प्रो. श्यामसुंदर ज्याणी संयुक्त राष्ट्र के पुरस्कार से सम्मानित | 30 Sep 2021

चर्चा में क्यों?

28 सितंबर, 2021 को राजस्थान के प्रो. श्यामसुंदर ज्याणी को भूमि संरक्षण हेतु विश्व के सर्वोच्च पुरस्कार ‘लैंड फॉर लाइफ अवॉर्ड’ (Land for Life Award) से नवाजा गया। 

  • चीन के बून में आयोजित ऑनलाइन वैश्विक समारोह में अंतर्राष्ट्रीय श्रेणी के तहत पारिवारिक वानिकी के लिये उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • प्रो. ज्याणी को 17 जून, 2021 को कोस्टारिका में विश्व मरुस्थलीकरण दिवस के वैश्विक आयोजन में भूमि संरक्षण में अति विशिष्ट योगदान हेतु विजेता घोषित किया गया था।  
  • मई 2022 में अफ्रीकी देश आइवरी कोस्ट में सदस्य देशों के वैश्विक सम्मेलन में प्रो. ज्याणी को विशेष उद्बोधन हेतु आमंत्रित किया जाएगा और उन्हें यह ट्रॉफी प्रदान की जाएगी।
  • गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र संघ की भूमि संरक्षण संबंधी इकाई यूएनसीसीडी द्वारा प्रति दो वर्ष के अंतराल पर भूमि संरक्षण में अति विशिष्ट योगदान हेतु दुनिया भर से किसी एक व्यक्ति या संगठन को यह पुरस्कार दिया जाता है। 
  • संयुक्त राष्ट्र की ओर से भूमि बहाली और संरक्षण विधियों में नवाचार के लिये अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उन संस्थाओं, व्यक्तियों को पुरस्कृत किया जाता है, जो पर्यावरण और समुदायों की भलाई को बढ़ावा देते हुए उनके साथ संबंधों को बेहतर बनाते हैं। इसके तहत चीन के सैहानबा फॉरेस्ट को राष्ट्रीय श्रेणी के तहत पुरस्कार दिया गया। 
  • प्रो. श्यामसुंदर ज्याणी श्रीगंगानगर ज़िले की रायसिंह नगर तहसील के गाँव 12 टीके के निवासी हैं और वर्तमान में बीकानेर के राजकीय डूँगर कॉलेज में समाजशास्त्र के एसोसिएट प्रोफेसर हैं।
  • प्रोफेसर ज्याणी पिछले 20 वर्षों से गाँव-दर-गाँव लोगों, स्कूली विद्यार्थियों व शिक्षकों के बीच जाकर उन्हें पेड़ एवं पर्यावरण के बारे में समझाने और अपनी तनख्वाह से पश्चिमी राजस्थान की रेगिस्तानी भूमि में लाखों पेड़ लगवाने जैसे उत्कृष्ट कार्य करते आ रहे हैं।