राष्ट्रपति ने किया गीता शिल्प कला उद्यान का उद्घाटन | 30 Nov 2022

चर्चा में क्यों?

29 नवंबर, 2022 को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हरियाणा के धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र के पुरुषोत्तमपुरा बाग में बनाए गए गीता मूर्ति शिल्प उद्यान का उद्घाटन किया।

प्रमुख बिंदु 

  • इस उद्यान में आज़ादी के 75वें अमृत महोत्सव मॉडल, गीता एवं भारतीय संस्कृति के अनेक महत्त्वपूर्ण पहलुओं को दर्शाने का प्रयास किया गया है। हरियाणा राज्य के साथ-साथ ओडिशा, तेलंगाना, राजस्थान और असम के 21 शिल्पकारों द्वारा दिन-रात अथक् प्रयास करने के उपरांत 21 मूर्तियों को तैयार किया गया है।
  • काले संगमरमर से बनी पाँच से 12 टन वज़न वाली ये मूर्तियाँ कलाकारों ने एक ही चट्टान के टुकड़ों को तराश कर तैयार की हैं। सभी मूर्तियाँ महाभारत से संबंधित विषयों को लेकर तैयार की गई हैं। इनमें आज़ादी का अमृत महोत्सव और गीता को भी दर्शाया गया है।
  • इस अतुलनीय कार्य से राज्य में लुप्त होती आधुनिक मूर्तिकला के साथ-साथ राज्य के युवा कलाकारों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक विशेष पहचान मिली है। सदियों तक ज़िंदा रहने वाली यह आधुनिक अदभुत् कला राज्य का गौरव एवं मान-सम्मान बढ़ाने का काम कर रही है।
  • गीता शिल्प कला उद्यान में 4 राज्यों के 21 शिल्पकारों ने मूर्तियाँ तैयार की हैं, जिनमें कला एवं सांस्कृतिक अधिकारी (मूर्तिकला) हृदय कौशल, जींद से अमित कुमार, भिवानी से अरुण, असम गोवाहाटी से अरुणधती चौधरी, रोहतक से दिनेश सेवाल, कुरुक्षेत्र से गोल्डी, सिरसा से हरपाल, करनाल से कुलदीप सिंह, कमला नगर रोहतक से महिपाल, चांग हरियाणा से मदन सैनी, जींद से मोनू, मीनाक्षी, राजस्थान से नेमा राम, झज्जर से नरेंद्र, कुरुक्षेत्र से प्रिंस शर्मा, ओडिशा से राकेश पटनायक, रेवाड़ी से राहुल, तेलंगाना से डॉ. स्नेहलता प्रसाद, सोनीपत से स्वीप राज, महरौली दिल्ली से सुशांक कुमार, चंडीगढ़ से विरेंद्र कुमार शामिल हैं।