प्रधानमंत्री ने राजस्थान में छह ईएमआरएस का उद्घाटन किया | 28 Jul 2023

चर्चा में क्यों?

27 जुलाई, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के उदयपुर ज़िले में दो, बांसवाड़ा में दो, प्रतापगढ़ में एक और डूंगरपुर में एक कुल मिलाकर छह एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों का उद्घाटन किया।  

प्रमुख बिंदु  

  • प्रत्येक स्कूल की क्षमता 480 छात्रों की है, जिनमें 240 लड़कियाँ होंगी। इन स्कूलों में लड़कों और लड़कियों के लिये अलग-अलग छात्रावास, कर्मचारियों के लिये आवास, भोजन का स्थान और खेल का मैदान होगा।  
  • इन स्कूलों का निर्माण मैदानी क्षेत्रों में 38 करोड़ रुपए और पहाड़ी इलाकों में 48 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है। 
  • इन स्कूलों के निर्माण से 2880 आदिवासी छात्र लाभान्वित होंगे, जिनमें आधी लड़कियाँ होंगी। 

एक नजर में राजस्थान के आँकड़े:

योजना/शुरुआत

2013-14

2022-23

स्वीकृत विद्यालय

8

31

  • राजस्थान में 31 ईएमआरएस स्वीकृत हैं जिनमें उदयपुर में आठ, बांसवाड़ा में छह, डूंगरपुर में चार, प्रतापगढ़ में चार, अलवर में दो, जयपुर में दो टोंक में एक करौली में एक, बारा में एक]सिरोही में एक, सवाई-माधोपुर में एक शामिल हैं। (संख्या में आँकड़े स्कूलों की संख्या दर्शाते हैं)A31 में से 24 स्कूलों में निर्माण पूरा हो चुका है और 7 स्कूल निर्माणाधीन हैं, जिनके दिसंबर 2023 तक पूरा होने की संभावना है।  

आँकड़े एक नज़र में- अखिल भारतीय

योजना/शुरूआत

2013-14

2023-24

बजट परिव्यय

278.76 करोड़ रुपए

(संविधान के अनुच्छेद 275(1) के तहत एक घटक के रूप में

4000 करोड़ रुपए 

(पृथक् केंद्रीय क्षेत्र योजना)

स्वीकृत विद्यालय

167

693 

कार्यात्मक विद्यालय

119

401 

आवर्ती लागत

42,000 रुपए प्रति छात्र प्रति वर्ष

1,09,000 रुपए प्रति छात्र प्रति वर्ष 

पूंजी लागत

12.00 करोड़ रुपए (मैदानी क्षेत्र)

16 करोड़ रुपए (पहाड़ी, पूर्वोत्तर, वामपंथी उग्रवाद)

37.80 करोड़ रुपए

(मैदानी क्षेत्र), 48 करोड़ रुपए (पहाड़ी, पूर्वोत्तर, वामपंथी उग्रवाद) 

सीबीएसई से संबद्ध स्कूल

69

277 

नामांकन

34365

113275

  • वर्तमान में 8,925 छात्र पढ़ रहे हैं और जब सभी स्कूल पूरे हो जाएंगे तो इन स्कूलों में 14,880 छात्र शिक्षा प्राप्त करेंगे।  
  • ईएमआरएस से लाभ पाने वाली प्रमुख जनजातियों में भील, गमेती, गरासिया, मीना, सहरिया शामिल हैं।  
  • 5 करोड़ की लागत से पुराने स्कूलों को अपग्रेड किया जा रहा है। साथ ही जल जीवन मिशन के तहत सड़क निर्माण और पेयजल के लिये भी धनराशि दी जा रही है। 
  • प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में 740 एकलव्य आवासीय मॉडल स्कूल स्थापित किये जा रहे हैं। ये एकलव्य आवासीय मॉडल स्कूल ऐसे प्रत्येक आदिवासी ब्लॉक में स्थापित किये जा रहे हैं, जहाँ 50 प्रतिशत या 20,000 से अधिक अनुसूचित जनजाति की आबादी है। 
  • ईएमआरएस के निर्माण की लागत 2021-22 में 452 नए स्कूलों के लिये मैदानी क्षेत्रों में 20 करोड़ रुपए से बढ़ा कर 24 करोड़ रुपए और पहाड़ी क्षेत्रों में 38 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 48 करोड़ रुपए कर दी गई थी। अगले 3 वर्षों में चरणबद्ध तरीके से 38,000 से अधिक शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। 
  • विदित है कि वर्ष 2013-14 में 167 स्कूल स्वीकृत किये गए थे, जो आज बढ़कर 693 हो गए हैं तथा 2013-14 में 119 स्कूल क्रियाशील थे, जबकि वर्तमान में 401 स्कूल क्रियाशील हैं। पिछले 5 वर्षों में 110 स्कूलों में निर्माण पूरा हुआ है।