फाल्गुन मड़ई मेला | 21 Mar 2022

चर्चा में क्यों?

19 मार्च, 2022 को दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा की ऐतिहासिक एवं विश्वप्रसिद्ध फाल्गुन मड़ई (फागुन मड़ई मेला) का 10 दिनों के विविध धार्मिक आयोजन के पश्चात् विधिवत् समापन हुआ।

प्रमुख बिंदु

  • दसदिवसीय फागुन मड़ई मेले का शुभारंभ 9 मार्च को माँ दंतेश्वरी के प्रवेश द्वार पर स्थित मेंढ़का डोबरा मैदान में कलश स्थापना के साथ हुआ था।
  • इस मेले में माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा के साथ नौ दिन तक माता की पालकी निकाली जाती है। फागुन मेले में निभाई जाने वाली रस्में केवल दंतेवाड़ा में ही देखने को मिलती हैं।
  • इस मेले में 700 से ज़्यादा गाँव के देवी-देवता शामिल होते हैं। इसमें बस्तर संभाग और ओडिशा के नवरंगपुर ज़िले के सभी देवी-देवताओं को आमंत्रित कर सहभागी बनाया जाता है।
  • दंतेवाड़ा में शंकनी-डंकनी नदियों के संगम स्थल पर विराजित माँ दंतेश्वरी देवी की प्रसिद्ध ऐतिहासिक और पुरातात्त्विक प्राचीन शक्तिपीठ की छत्रछाया में फागुन मेले का आयोजन किया जाता है।
  • उल्लेखनीय है कि दंतेवाड़ा की प्रसिद्ध फागुन मड़ई का आयोजन प्रतिवर्ष फाल्गुन शुक्ल षष्ठी से पूर्णिमा तक होता है। ऐसी मान्यता है कि इस दौरान माँ दंतेश्वरी अपने सभी देवी-देवताओं के साथ होली उत्सव मनाती हैं।
  • फागुन मड़ई का संपूर्ण आयोजन एवं व्यवस्था टेंपल स्टेट कमिटी दंतेवाड़ा द्वारा की जाती है। कलेक्टर दंतेवाड़ा की अध्यक्षता में गठित इस समिति में मंदिर के पुजारी, मांझी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि सदस्य होते हैं।