गोमती नदी तट पर पैदल यात्री पुल | 27 Nov 2025

चर्चा में क्यों?

लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गोमती रिवरफ्रंट पर एक नए पैदल यात्री पुल के निर्माण को स्वीकृति प्रदान की।

मुख्य बिंदु 

पुल के बारे में:

  • यह पुल गोमती बैराज और कुदिया घाट के बीच बनाया जाएगा, जो एक ऐसा खंड है जो प्रायः पैदल यात्रियों, पर्यटकों एवं नदी तट के मनोरंजन उपयोगकर्ताओं द्वारा भ्रमण किया जाता है।
  • इससे गैर-वाहन चालित परिवहन को बढ़ावा मिलेगा, पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों के लिये सुरक्षित क्रॉसिंग उपलब्ध होगी तथा क्षेत्र में वाहनों के लिये पुलों पर निर्भरता कम होगी।

गोमती नदी के बारे में:

  • मानसून से पोषित होने वाली गोमती नदी, गंगा की बायीं ओर स्थित एक सहायक नदी है, जो पूरी तरह उत्तर प्रदेश में प्रवाहित होती है।
  • इसका उद्गम पीलीभीत ज़िले में लगभग 200 मीटर की ऊँचाई पर स्थित गोमत ताल (फुलहार झील) से होता है। इसकी महत्त्वपूर्ण सहायक नदियों में सई, कुकरैल, सरायन, चोहा, रेथ और बेहटा शामिल हैं।
  • यह नदी शाहजहाँपुर, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, सुल्तानपुर और जौनपुर होते हुए लगभग 940 किमी तक प्रवाहित होने के बाद गाज़ीपुर के पास गंगा में मिल जाती है।
  • इसके संरक्षण में रेत खनन, सुपोषण, ठोस अपशिष्ट प्रवाह तथा आर्द्रभूमि व जलाशय ह्रास के कारण आधार प्रवाह में कमी आदि प्रमुख चुनौतियाँ हैं।