पटवा टोली: बिहार में आईआईटीयंस का गाँव | 09 Apr 2024

चर्चा में क्यों?

बिहार में, पटवा टोली नाम का एक गाँव लगातार एक दर्ज़न से अधिक आईआईटीयन का मूल होने के कारण 'आईआईटी फैक्ट्री' के रूप में मान्यता प्राप्त कर चुका है।

  • गया में स्थित इस गाँव में बड़ी संख्या में IIT क्वालिफायर हैं और लगभग हर घर में एक इंजीनियर है।

मुख्य बिंदु:

  • वृक्ष (Vriksha) एक संगठन है, जो वर्ष 2013 से JEE मेन परीक्षा के लिये निःशुल्क कोचिंग प्रदान कर रहा है।
    • IIT स्नातकों द्वारा वित्त पोषित यह पहल छात्रों को प्रमुख शिक्षकों द्वारा संचालित इंजीनियरिंग पुस्तकों और ऑनलाइन कक्षाएँ प्रदान करती है
    • आर्थिक रूप से वंचित छात्रों का समर्थन करने के लिये वृक्ष वेद चेन ने दिल्ली और मुंबई के स्वयंसेवी शिक्षकों द्वारा संचालित ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से निःशुल्क शिक्षा की पेशकश करने वाला एक पुस्तकालय मॉडल स्थापित किया।
  • पटवा टोली के आईआईटी क्वालिफायर की सफलता की कहानी वर्ष 1991 से शुरू हुई, जिसने गाँव में IIT क्वालीफाई करने की आकांक्षाओं को जागृति दी थी।
  • यह क्षेत्र शुरुआत में वस्त्र बुनाई के इतिहास के कारण 'बिहार का मैनचेस्टर' के रूप में जाना जाता था, पटवा टोली ने अब अपनी उल्लेखनीय शैक्षिक उपलब्धियों के लिये 'आईआईटियंस के गाँव' का नाम अर्जित किया है।
    • इंजीनियरों और चिकित्सा पेशेवरों को तैयार करने की समृद्ध विरासत के साथ, पटवा टोली शिक्षा एवं सामुदायिक समर्थन की परिवर्तनकारी शक्ति के प्रमाण के रूप में स्थापित हुआ है।