बदमाशों व अवैध गतिविधियों के खिलाफ चला ‘ऑपरेशन आक्रमण-2’ | 07 Sep 2022

चर्चा में क्यों?

6 सितंबर, 2022 को हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार अग्रवाल ने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा बदमाशों की धरपकड़ के लिये एक दिन का विशेष अभियान ‘ऑपरेशन आक्रमण- 2’ चलाया गया।

प्रमुख बिंदु 

  • ‘ऑपरेशन आक्रमण- 2’ अभियान के तहत पुलिस ने राज्यभर में दिनभर व्यापक छापेमारी करते हुए आईपीसी, एनडीपीएस, एक्साइज और आर्म्स एक्ट आदि की संबंधित धाराओं के तहत 710 केस दर्ज करके 964 आरोपियों को गिरफ्तार किया।
  • पुलिस महानिदेशक ने बताया कि हरियाणा पुलिस द्वारा 5 सितंबर को चलाए गए इस अभियान का उद्देश्य आपराधिक तत्त्वों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करना, स्ट्रीट क्राइम व अवैध हथियारों पर अंकुश लगाना, अवैध शराब की धरपकड़ सहित मादक पदार्थों की तस्करी पर शिकंजा कसना है।
  • उन्होंने कहा कि हम प्रत्येक ज़िले में बदमाशों व असामाजिक तत्त्वों के भागने की गुंज़ाइश छोड़े बिना उन पर नकेल कसने के लिये उनके इलाकों/सड़कों/घरों में अचानक रेड कर अपराधियों के अंदर कानून का भय पैदा करना चाहते हैं।
  • विभिन्न ज़िलों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार फील्ड में लगभग 3500 पुलिसकर्मियों की 645 टीमों ने कई स्थानों पर रेड की। छापेमारी के दौरान रेडिंग टीमों ने 45 उद्घोषित अपराधियों और 34 बेल जंपर्स को काबू करने में भी कामयाबी हासिल की। पकड़े गए ये बदमाश कई मामलों में वांछित थे और गिरफ्तारी से बचने के लिये फरार चल रहे थे।
  • पानीपत ज़िले में सर्वाधिक 116 आरोपी गिरफ्तार हुए, वहीं गुरुग्राम में 108 और अंबाला में 102 को काबू किया गया। इसी प्रकार, सर्वाधिक 24 पीओ और बेल जंपर्स सोनीपत ज़िले में दबोचे और 9 को पानीपत से गिरफ्तार किया गया।
  • डीजीपी ने बताया कि पुलिस टीमों द्वारा किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों, उपकरणों और अन्य वस्तुओं की जाँच के लिये प्रदेश के जेल परिसरों में भी छापेमारी की गई।
  • विशेष अभियान का आकलन करते हुए उन्होंने इसे अपराधियों के खिलाफ पुलिस की कड़ी कार्रवाई और आम जनता के बीच कानून में विश्वास को और मज़बूती देने की दिशा में एक कदम बताया। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इस तरह का विशेष अभियान जारी रहेगा।
  • उल्लेखनीय है कि ‘ऑपरेशन  आक्रमण’आपराधिक व असामाजिक तत्त्वों के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी करने का एक विशेष राज्यस्तरीय अभियान है। इसके तहत छापेमारी करने वाली पुलिस टीमों का गठन किया गया है। पुलिस की ये टीमें आपराधिक तत्त्वों को फरार होने की गुंज़ाइश छोड़े बिना उन पर अंकुश लगाने हेतु संयुक्त रूप से कार्रवाई करती हैं।