ज्ञानदूत 2.0 का ऑनलाइन उद्घाटन | 13 Jan 2022

चर्चा में क्यों?

12 जनवरी, 2022 को राजस्थान के उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र सिंह यादव ने स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर विद्यार्थियों की शैक्षणिक सहायता, मार्गदर्शन और परीक्षाओं की तैयारी के लिये विशेष सहायता कार्यक्रम ‘ज्ञानदूत’के द्वितीय संस्करण ‘ज्ञानदूत 2.0’ का ऑनलाइन शुभारंभ किया। 

प्रमुख बिंदु 

  • उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम में नयापन करते हुए सभी राजकीय विश्वविद्यालयों के उन विषयों, जो राजकीय महाविद्यालयों में संचालित हैं, के पाठ्यक्रमों के अनुसार हिन्दी भाषा में ई-कंटेंट तैयार करवाए जा रहे हैं। इसके लिये कॉलेज शिक्षा विभाग द्वारा फिलहाल कला संकाय के 8, विज्ञान के 4 एवं वाणिज्य के 2 विषयों सहित कुल 14 विषयों में यह ई-कंटेंट तैयार करवाने की पहल की गई है। 
  • इसके लिये 9 राजकीय महाविद्यालयों-राजकीय महाविद्यालय अजमेर, राजकीय डूंगर महाविद्यालय बीकानेर, राजकीय महाविद्यालय चूरू, राजकीय महाविद्यालय बांसवाडा, राजकीय महाविद्यालय जोधपुर, राजकीय महाविद्यालय पाली, राजकीय कला महाविद्यालय सीकर, राजकीय कला कन्या महाविद्यालय कोटा तथा राजकीय कन्या महाविद्यालय नाथद्वारा को विषयवार नोडल बनाया गया है।
  • इस विशेष अकादमिक सहायता कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को अच्छी गुणवत्ता का ई-कंटेंट हिन्दी भाषा में ऑनलाइन उपलब्ध होगा, जिसे 24 × 7 मोड पर कहीं से भी और कभी भी देखा-पढ़ा जा सकेगा। साथ ही प्रत्येक सप्ताह विद्यार्थियों की विषयपरक समस्याओं का ऑनलाइन लाइव समाधान भी इस कार्यक्रम में करवाया जाएगा, जिससे विद्यार्थी अपनी शंका का समाधान कर सकेंगे। विशेषत: अभी कोविड की जो परिस्थितियाँ उत्पन्न हो रही हैं, उनमें इस ज्ञानदूत 2.0 कार्यक्रम की प्रासंगिकता और बढ़ गई है।
  • विश्वविद्यालयी पाठ्यक्रमानुसार सभी विषयों में तैयार करवाए जा रहे ई-कंटेंट कॉलेज शिक्षा विभाग के ज्ञानदूत चैनल पर उपलब्ध होंगे, जो कि सभी विद्यार्थियों, चाहे वे सरकारी अथवा प्राइवेट महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी हों, अथवा स्वयंपाठी विद्यार्थी हों, सभी के लिये पूर्णत: नि:शुल्क उपलब्ध रहेंगे।
  • उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के शासन सचिव नारायण लाल मीणा ने कहा कि राजस्थान के कॉलेज एवं विश्वविद्यालय शिक्षा संवर्ग में हिन्दी भाषा माध्यम के विद्यार्थियों को अच्छी गुणवत्ता के ई-कंटेंट मिलने में समस्या आती है। अत: इस कार्यक्रम के माध्यम से विभाग अच्छी गुणवत्ता का सब्जेक्ट कंटेंट हिन्दी भाषा में उपलब्ध करवाने जा रहा है, ताकि विद्यार्थियों को समझने व पढ़ने में सुविधा हो सके।