राष्ट्रीय तुलसी एवं देवी अहिल्या सम्मान घोषित | 18 Nov 2021

चर्चा में क्यों?

17 नवंबर, 2021 को मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग ने वर्ष 2017 से 2020 तक के राष्ट्रीय तुलसी सम्मान और 2019 एवं 2020 के राष्ट्रीय देवी अहिल्या सम्मान घोषित कर दिये  हैं। सम्मानित होने वाले कलाकारों का अलंकरण महेश्वर में 19 नवंबर से आरंभ होने वाले निमाड़ उत्सव के शुभारंभ अवसर पर पर्यटन, संस्कृति और अध्यात्म मंत्री ऊषा ठाकुर द्वारा किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु

  • राष्ट्रीय तुलसी सम्मान से सम्मानित होने वाले कलाकारों में वर्ष 2017 का सम्मान जयपुर के सुप्रतिष्ठित चित्रकार कैलाश चंद शर्मा को, वर्ष 2018 का सम्मान छत्तीसगढ़ के राजनांदगाँव ज़िले के सुप्रतिष्ठित बाँसुरी वादक विक्रम यादव को, वर्ष 2019 का सम्मान छत्तीसगढ़ के रायपुर ज़िले के ख्यात कबीर गायक डॉ. भारती बंधु को तथा वर्ष 2020 का सम्मान प्रतिष्ठित जनजातीय कलाकार तिलकराम पेंद्राम को प्रदान किया जाएगा।
  • राष्ट्रीय देवी अहिल्या सम्मान से सम्मानित होने वाले कलाकारों में वर्ष 2019 का यह प्रतिष्ठित सम्मान मंडला की जनजातीय कलाकार शांति बाई मरावी को तथा वर्ष 2020 का सम्मान लखनऊ की अवधी, भोजपुरी एवं बंदेलखंडी शैली की सुविख्यात लोक गायिका मालिनी अवस्थी को प्रदान किया जाएगा।
  • राष्ट्रीय तुलसी एवं देवी अहिल्या सम्मान से सम्मानित होने वाले कलाकारों को सम्मान स्वरूप 2 लाख की सम्मान राशि, सम्मान पट्टिका एवं शॉल-श्रीफल प्रदान किया जाता है।
  • उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा प्रतिवर्ष जनजातीय, लोक एवं पारंपरिक कलाओं में उत्कृष्टता और श्रेष्ठ उपलब्धि को सम्मानित करने के लिये वार्षिक राष्ट्रीय तुलसी सम्मान की स्थापना वर्ष 1983 में की गई थी जो केवल पुरुष कलाकार को प्रदान किया जाता है। राष्ट्रीय तुलसी सम्मान तीन वर्ष में दो बार प्रदर्शनकारी कलाओं और एक बार रूपंकर कलाओं के लिये दिया जाता है।
  • इसी प्रकार जनजातीय, लोक एवं पारंपरिक कलाओं के क्षेत्र में महिला कलाकार को सम्मानित करने के लिये राष्ट्रीय देवी अहिल्या सम्मान की स्थापना विभाग द्वारा वर्ष 1996 में की गई थी।