राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव एवं राज्योत्सव, 2021 | 29 Oct 2021

चर्चा में क्यों?

28 अक्तूबर, 2021 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के साईंस कॉलेज मैदान में ‘राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव’ एवं ‘राज्योत्सव, 2021’ का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समारोह के मुख्य अतिथि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ सेल्फी ज़ोन में पहुँचकर सेल्फी ली। समारोह स्थल पर आदिवासी संस्कृतियों तथा छत्तीसगढ़ के ग्रामीण परिवेश की झलकियों को समेटे आकर्षक सेल्फी ज़ोन भी बनाए गए हैं।
  • कार्यक्रम में राज्यसभा के पूर्व सांसद बी.के. हरिप्रसाद, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, युगांडा एवं फिलिस्तीन के काउंसलर विशिष्ट अतिथि के रूप में मौज़ूद थे। 
  • राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर विभिन्न राज्यों एवं देशों से आए नर्तक दलों ने पारंपरिक वेशभूषा व वाद्य यंत्रों के साथ आकर्षक मार्चपास्ट किया।
  • इस मौके पर मध्य प्रदेश छिंदवाड़ा से आए लोक नर्तक दल, उज्बेकिस्तान, स्वाजीलैंड के नर्तक दलों ने शानदार प्रस्तुति दी। हिमाचल प्रदेश के लोक नर्तक दल के कलाकारों ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री को हिमाचली टोपी और शॉल भेंटकर सम्मानित किया।
  • रायपुर के साईंस कॉलेज मैदान में 28 अक्तूबर से 1 नवंबर तक आयोजित होने वाले इस ‘राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव’ और छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में देश के 27 राज्यों एवं 6 केंद्रशासित प्रदेशों के कलाकारों के साथ ही 7 देशों- एस्वातीनी, नाइजीरिया, उज्बेकिस्तान, श्रीलंका, युगांडा, माली और फिलिस्तीन से आए लगभग 1500 कलाकार भाग ले रहे हैं।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में 42 जनजातियाँ और 5 विशेष पिछड़ी जनजातियाँ निवास करती हैं। इनकी जनसंख्या राज्य की कुल आबादी का एक-तिहाई है। सभी जनजातियों की विशिष्ट सांस्कृतिक पहचान है। उनकी बोली, उत्सव, नृत्य, देवी-देवता भी अलग-अलग हैं।
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राष्ट्रीय नृत्य महोत्सव का द्वितीय आयोजन है। इस महोत्सव का आयोजन पहली बार वर्ष 2019 में हुआ था, जिसका शुभारंभ कॉन्ग्रेस के नेता राहुल गांधी ने किया था।