छत्तीसगढ़ के आस्था संकुल संगठन को राष्ट्रीय स्तर का आत्मनिर्भर संगठन पुरस्कार | 10 Mar 2022

चर्चा में क्यों?

8 मार्च, 2022 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के राजनांदगाँव ज़िले के ग्राम सोनेसरार के आस्था संकुल संगठन को उत्कृष्ट कार्य के लिये भारत सरकार द्वारा आत्मनिर्भर संगठन पुरस्कार, 2022 से सम्मानित किया गया है। 

प्रमुख बिंदु 

  • केंद्रीय पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में संगठन को पुरस्कृत किया। उन्होंने आस्था संकुल संगठन को पुरस्कारस्वरूप एक लाख रुपए की राशि एवं प्रतीक चिह्न प्रदान किये। 
  • डोंगरगाँव विकासखंड के ग्राम सोनेसरार के आस्था संकुल संगठन से 17 ग्राम पंचायतों के 23 ग्राम संगठन और 443 स्व-सहायता समूह जुड़े हैं। क्षेत्र की 4842 ग्रामीण महिलाएँ संगठन की सदस्य हैं। 
  • आस्था संकुल संगठन ने खान-पान, पोषण, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता से आजीविका की ओर कदम बढ़ाया है। संगठन ने क्षेत्र के 2300 परिवारों को किचन गार्डन के माध्यम से सब्ज़ी उत्पादन के लिये प्रेरित किया है। इसके लिये 605 परिवारों को बाज़ार मूल्य से कम दर पर उन्नत सब्ज़ी बीज उपलब्ध कराया गया है। 
  • संकुल क्षेत्र के अंतर्गत 2300 परिवारों द्वारा स्वयं के किचन गार्डन में 6500 क्विंटल से अधिक टमाटर, भिंडी, भाटा, करेला, लौकी, गोभी जैसी सब्ज़ियों का जैविक पद्धति से उत्पादन किया गया है। 
  • घर के भोजन में इन सब्ज़ियों के उपयोग के साथ ही किशोरी बालिकाओं, गर्भवती महिलाओं, नवविवाहिताओं एवं दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों के सुपोषण के लिये भी इन्हें उपलब्ध कराया गया है। इससे संकुल संगठन की महिलाओं को भी आर्थिक लाभ हुआ। 
  • संकुल संगठन के अंतर्गत स्व-सहायता समूहों के सदस्य विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियों से अपना जीवन स्तर ऊंचा उठा रहे हैं। संगठन की महिलाएँ संवहनीय कृषि, सब्ज़ी उत्पादन, सेनिटरी नैपकिन निर्माण, बैंक सखी और ई-रिक्शा संचालन जैसे कार्यों में संलग्न हैं। आजीविका संबंधी कार्यों के साथ ही संगठन की महिलाओं ने कोविड-19 के बारे में जागरूकता के लिये भी काम किया है।