रक्षा मंत्री ने सशस्त्र बलों के लिये लखनऊ में आधुनिक मल्टी-स्पेशियलिटी कमांड अस्पताल के निर्माण को मंज़ूरी दी | 23 Dec 2022

चर्चा में क्यों?

22 दिसंबर, 2022 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सशस्त्र बलों के लिये लखनऊ में एक आधुनिक मल्टी-स्पेशियलिटी कमांड अस्पताल के निर्माण को मंज़ूरी दी। कमांड अस्पताल एक ग्रीन फील्ड बहुमंज़िला अस्पताल होगा, जिसमें 780 भर्ती मरीज बेड के साथ-साथ 100 क्राइसिस एक्सपेंशन बेड के लिये तकनीकी सुविधा की व्यवस्था होगी, ताकि आपात स्थिति से निपटा जा सके।

प्रमुख बिंदु 

  • मध्य भारत में आधुनिक मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल के निर्माण से सशस्त्र बलों का मनोबल बढ़ेगा और कर्मियों को वांछित सहायता मिलेगी।
  • मौजूदा कमांड अस्पताल लखनऊ सशस्त्र बलों का सबसे व्यस्त अस्पतालों में से एक है जो 22 सैन्य अस्पतालों, दो वायु सेना अस्पतालों और 109 पूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना (ईसीएचएस) पॉलीक्लिनिक के लिये एक तृतीयक देखभाल रेफरल अस्पताल है।
  • यह मध्य भारत के छह राज्यों के साथ-साथ नेपाल में फैले 5 लाख से अधिक आश्रित ग्राहकों की स्वास्थ्य देखभाल जरूरतों को पूरा करता है। अस्पताल के बिस्तर हमेशा 80% से अधिक भरे होते हैं।
  • दवाओं और सर्जरी की सभी सुपर स्पेशियलिटी के लिये तृतीयक देखभाल केंद्र होने के अलावा, अस्पताल में कैंसर रोगियों के लिये घातक रोग उपचार केंद्र (एमडीटीसी) भी है। अस्पताल प्रशिक्षुओं, स्नातकोत्तर प्रशिक्षुओं, एमएनएस कैडेटों और नर्सिंग सहायकों को भी प्रशिक्षित करता है।
  • मौजूदा अस्पताल में मरीजों की संख्या को देखते हुए रक्षा मंत्री ने 94 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत की एक विशेष परियोजना को मंज़ूरी दी। कमांड अस्पताल, लखनऊ की योजना देश में लागू नवीनतम इमारत कोड और अस्पताल नियमों के अनुरूप बनाई गई है।
  • यह प्रगतिशील रोगी देखभाल सेवाओं के लिये ज़ोन के अनुसार नियोजित किया गया है जो रोगी की आवाजाही को कम और नियंत्रित करता है, अस्पताल के संक्रमण (एचएआई) को कम करता है, नियोजित बायोमेडिकल वेस्ट (बीएमडब्ल्यू) अलगाव और निपटान, सभी विकलांग अनुकूल सेवाओं के साथ आपात स्थिति में आपदा निकासी योजना, निदान और चिकित्सीय दोनों के लिये विकिरण का सुरक्षित उपयोग अस्पताल में शामिल कई आधुनिक विशिष्टताओं में से शामिल हैं।
  • डेटा और ऊर्जा संरक्षण पर तेजी से पहुँच के लिये भवन प्रबंधन प्रणाली के साथ-साथ अस्पताल सूचना प्रणाली जैसी एकीकृत सेवाओं को भी परियोजना में शामिल किया गया है।