मध्य प्रदेश ट्रांसको के लोड डिस्पेच सेंटर को मिला राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार | 24 Dec 2022

चर्चा में क्यों?

23 दिसंबर, 2022 को मध्य प्रदेश ट्रांसको (मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी) के जबलपुर स्थित स्टेट लोड डिस्पेच सेंटर को उसके विश्वस्तरीय बुनियादी ढाँचे, नवाचार करने, देश में सर्वप्रथम साइबर सिक्योरिटी मॉडल विकसित करने सहित अन्य मापदंडों में अग्रणी होने से देश के पावर सेक्टर का प्रतिष्ठित राष्ट्रीय लोड डिस्पेच सेंटर (भार प्रेषण केंद्र) उत्कृष्टता पुरस्कार प्राप्त हुआ।

प्रमुख बिंदु 

  • भारत के बिजली सेक्टर की राष्ट्रीय संस्था ग्रिड इंडिया से संबंधित फोरम ऑफ लोड डिस्पेचर एवं आईआईटी दिल्ली द्वारा आयोजित नेशनल पावर सिस्टम कॉन्फ्रेंस में मध्य प्रदेश ट्रांसको की तरफ से मुख्य अभियंता स्टेट लोड डिस्पेच सेंटर जबलपुर एस.एस. पटेल एवं अधीक्षण अभियंता आर.के. गुप्ता ने पुरस्कार ग्रहण किया।
  • गौरतलब है कि उत्कृष्ट लोड डिस्पेच सेंटर की चयन प्रक्रिया में देश के 43 लोड डिस्पेच सेंटर्स ने हिस्सा लिया था। मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी को देश के पावर सेक्टर का यह बेहद प्रतिष्ठित पुरस्कार ग्रिड मापदंडों का पालन करने और पुरस्कार चयन की तीन चरणों की कठिन प्रक्रियाओं से गुज़रने के बाद मिला है।
  • चयन प्रक्रिया के पहले चरण में 40 से अधिक मापदंड बिंदुओं पर वस्तुस्थिति के आधार पर मध्य प्रदेश सहित महाराष्ट्र और तेलंगाना प्रदेश चुने गए। दूसरे चरण में प्रेजेंटेशन एवं चारसदस्यीय जूरी द्वारा लिये गए मौखिक साक्षात्कार के आधार पर पहले चरण में चयनित तीनों स्टेट लोड डिस्पेच सेंटर्स की परफॉर्मेंस परखी गई।
  • आईआईटी के प्रोफेसर्स, पोसोको (ग्रिड इंडिया) के विश्वस्तरीय रिटायर्ड विशेषज्ञ और टाटा एनर्जी रिसर्च इंस्टीट्यूट के नामी विशेषज्ञों की जूरी द्वारा तीसरे चरण की प्रक्रिया के बाद समग्र रूप से मध्य प्रदेश के राज्य लोड डिस्पेच सेंटर को इस पुरस्कार के लिये चुना गया।
  • पुरस्कार के लिये पहले देश के सभी राज्य लोड डिस्पेच सेंटरों से आवेदन मँगाए गए। राज्य लोड डिस्पेच सेंटरों के बुनियादी ढाँचे, नवाचार में किये गए कार्यों का विवरण, पावर सेक्टर की चुनौतियों से निपटने के तरीके, साइबर सिक्योरिटी के लिये पालन की गई प्रक्रिया, ग्रिड मैनेजमेंट कार्मिकों को ट्रेनिंग और उनके वेलफेयर के लिये किये गए कार्य, अत्याधुनिक आईटी सिस्टम की उपलब्धता, रियल टाइम डाटा का संग्रहण, नवीनीकरण ऊर्जा के ग्रिड के साथ एकीकरण, आइसलेडिंग स्कीम आदि बिंदुओं पर जानकारी दी गई थी।