लखनऊ को ज्ञान नगरी के रूप में आसियान फोरम में आमंत्रित | 11 Aug 2025
चर्चा में क्यों?
लखनऊ नगर निगम के अधिकारियों को स्वच्छता, हरित विकास और सतत् शहरी प्रबंधन में अपनी पहलों के लिये मान्यता प्राप्त होने के बाद, कुआलालंपुर में आयोजित आसियान गवर्नर्स एंड मेयर्स फोरम (AGMF) की बैठक में भाग लेने के लिये ‘नॉलेज सिटी’ के रूप में आमंत्रित किया गया।
मुख्य बिंदु
- AGMF के बारे में:
- AGMF, जिसे मूल रूप से वर्ष 2011 में आसियान मेयर फोरम (AMF) के रूप में जाना जाता था, की स्थापना आसियान एकीकरण में स्थानीय योगदान को उजागर करने के लिये की गई थी।
- वर्ष 2018 में, AMF को ASEAN से संबद्ध इकाई के रूप में मान्यता दी गई, क्योंकि ASEAN के सदस्य देशों ने इसके साझा लक्ष्यों और ASEAN के सामुदायिक निर्माण में योगदान को आधिकारिक रूप से स्वीकार किया।
- प्रतिभागी:
- AGMF 10 अगस्त 2025 से 15 अगस्त 2025 तक आयोजित किया जा रहा है, जिसमें एशिया के गवर्नर, मेयर, शहरी विशेषज्ञ और अंतर्राष्ट्रीय संगठन जैसे जर्मन कॉरपोरेशन फॉर इंटरनेशनल कोऑपरेशन (GIZ), यूनाइटेड सिटीज एंड लोकल गवर्नमेंट्स एशिया पैसिफिक (UCLG ASPAC) तथा एशिया तथा प्रशांत के लिये संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक आयोग (UNESCAP) एक साथ आ रहे हैं।
- उद्देश्य:
- इस फोरम का उद्देश्य शहरी प्रबंधन मॉडल, सतत् विकास, जलवायु कार्रवाई और नागरिक भागीदारी पर ज्ञान का आदान-प्रदान करना है।
- मान्यता:
- लखनऊ उन छह भारतीय शहरों में से एक था जिन्हें इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में शहरी प्रबंधन में अपने अनुभव साझा करने के लिये चुना गया, जो स्थिरता और बेहतर शहरी प्रशासन की दिशा में इसकी यात्रा में एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि थी।
- कार्यक्रम के दौरान जिन प्रमुख परियोजनाओं पर प्रकाश डाला गया, उनमें शिवरी ठोस अपशिष्ट प्रसंस्करण संयंत्र की स्थापना के साथ-साथ अन्य पहल भी शामिल थीं।