स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में झारखंड बना सेकेंड टॉपर | 03 Oct 2022

चर्चा में क्यों?

30 सितंबर, 2022 को नई दिल्ली स्थित तालकटोरा स्टेडियम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मौजूदगी में केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्यमंत्री हरदीप सिंह पुरी ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में झारखंड को 100 शहरी निकायों वाले राज्यों में देश के सेकेंड टॉपर राज्य का सम्मान प्रदान किया।

प्रमुख बिंदु 

  • राज्य सरकार की ओर से नगर विकास एवं आवास विभाग के अंतर्गत राज्य शहरी विकास अभिकरण के निदेशक अमित कुमार ने सम्मान प्राप्त किया।
  • स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में झारखंड को सेकेंड टॉपर अवार्ड के साथ कुछ अन्य शहरों को भी विभिन्न कैटेगरी में सम्मानित किया गया है, जो इस प्रकार हैं-
  • पूर्वी ज़ोन के 50000 से 100000 आबादी वाले नगर निकायों में चाईबासा को बेस्ट सिटीजन फीडबैक के लिये सम्मानित किया गया।
  • पूर्वी ज़ोन के 15000 से 25000 आबादी वाले नगर निकायों में बुंडू को बेस्ट सिटीजन फीडबैक के लिये सम्मानित किया गया।
  • केंद्र सरकार द्वारा देशभर के शहरों में 17 सितंबर, 2022 को कराई गई इंडियन स्वच्छता लीग में भी झारखंड के तीन नगर निकायों को सम्मानित किया गया। केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्यमंत्री हरदीप सिंह पुरी ने जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र, मानगो और मेदनीनगर को इंडियन स्वच्छता लीग में बेहतर प्रदर्शन के लिये सम्मानित किया।
  • गौरतलब है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2016 में झारखंड की स्थिति बहुत प्रशंसनीय नहीं थी पर लगातार स्वच्छ सर्वेक्षण 2017, 2018, 2019, 2020, 2021 और 2022 में राज्य की जनता के सहयोग और शहरी निकायों तथा राज्य सरकार के कुशल मार्गदर्शन में राज्य ने स्वच्छता के क्षेत्र में कई सम्मान प्राप्त किये हैं।
  • स्वच्छ सर्वेक्षण में झारखंड सरकार और उसके निकायों ने अब तक कई पुरस्कार जीते हैं। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में विभाग और निकायों ने कई महत्त्वपूर्ण कदम उठाए थे-
  • स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 से पहले सभी निकायों में बैठक,कार्यशाला और कैंपेन आयोजित किये गए।
  • समाज के हर वर्ग की सहभागिता सुनिश्चित करने के लिये कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
  • शहरों और निकायों में डोर-टू-डोर वेस्ट कलेक्शन सुनिश्चित कराया गया।
  • सेग्रिगेशन एंड प्रोसेसिंग ऑफ वेस्ट को प्राथमिकता दी गई।
  • पीट कंपोस्टिंग एंड ऑनसाइट कंपोस्टिंग के लिये नगर निकायों और नागरिकों को प्रोत्साहित किया गया।
  • रीसाइकलिंग करने वालों को नगर निकायों के साथ जोड़ा गया।
  • प्लास्टिक से बने कैरी बैग को बैन किया गया और सिंगल यूज़ प्लास्टिक के इस्तेमाल में कमी लाई गई।
  • स्वच्छता ऐप के माध्यम से सफाई से जुड़ी समस्याओं का त्वरित निदान किया गया।